शिमला। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद शिमला से दिल्ली तक अवैध वॉल्वो का परिचालन बंद नहीं हुआ है। टूटीकंडी क्रासिंग पार्किंग से अवैध वॉल्वो का संचालन रोकने के बाद अब इसे पार्किंग के सामने सड़क से चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 30 दिसंबर को पार्किंग स्थल का दौरा किया था और अधिकारियों को पार्किंग स्थल से किसी भी निजी बस का संचालन नहीं करने का निर्देश दिया था। इसके बावजूद यहां वॉल्वो चल रही थी। इस संबंध में मंगलवार को नगर निगम ने पार्किंग संचालक को नोटिस जारी किया तो बुधवार से वह सड़क किनारे से ही वॉल्वो चलने लगी।
सुबह 10:30 बजे पार्किंग के सामने 5 वोल्वो खड़ी की गईं, जिनमें से दो दिल्ली से यात्रियों को लेकर जा रही थीं। एचआरटीसी की वोल्वो सुबह 11:15 बजे शिमला से दिल्ली के लिए रवाना होती है, इससे ठीक आधे घंटे पहले निजी वॉल्वो दिल्ली से रवाना होती है, जिससे एचआरटीसी को यात्री नहीं मिले। टूटीकंडी क्रासिंग से कई वर्षों से अवैध वॉल्वो का संचालन बदस्तूर जारी है। शिमला की ट्रैवल एजेंट कंपनियां इन वॉल्वो की बुकिंग लेती हैं। टैक्सी ऑपरेटर कमीशन के बदले इन वॉल्वो को सवारी भी देते हैं। वॉल्वो के अवैध संचालन से एचआरटीसी और पर्यटन विकास निगम की कमाई को नुकसान हो रहा है और बिना वैध परमिट के परिचालन से सरकारी खजाने पर भी असर पड़ रहा है।
ऑनलाइन पोर्टल पर सीटों की बुकिंग
वॉल्वो बस यात्रियों को टूटीकंडी क्रासिंग से दिल्ली के कश्मीरी गेट, लाल किला, मजनू का टीला तक ले जा रही है। इन वॉल्वो बसों की बुकिंग विभिन्न ऑनलाइन बस बुकिंग पोर्टल पर उपलब्ध है। पोर्टल पर इनका किराया 929 रुपये से लेकर 1250 रुपये तक प्रदर्शित है, जबकि एचआरटीसी वॉल्वो से दिल्ली कश्मीरी गेट का किराया 971 रुपये तथा पर्यटन विकास निगम की वॉल्वो का विक्ट्री टनल से हिमाचल भवन तक का किराया 1000 रुपये निर्धारित है।
वॉल्वो बसों का निरीक्षण, कड़ी कार्रवाई की जाएगी : अनुपम
परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने कहा कि वॉल्वो के अवैध परिचालन का मामला उनके संज्ञान में है। विभाग नियमों का उल्लंघन करने वाले बस संचालकों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। पुलिस से भी सहयोग मांगा गया है। विभाग समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रयास कर रहा है। शिमला से चलाई जा रही वॉल्वो का निरीक्षण कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।