मनाली: कुल्लू जिले के पर्यटन नगरी मनाली में बीती रात भले ही न्यूनतम तापमान -1 डिग्री रहा, लेकिन विंटर कार्निवाल में जब छात्राओं ने रैंप पर ‘बेशरम रंग’ गाने पर परफॉर्म किया तो वहां बैठे लोग तालियां बजाते रहे. पंडाल उत्साह से भर गया। दिया। कभी मनाली पहाड़ी तो कभी हिंदी गीतों पर नाचते-गाते रहे। इस दौरान कलाकारों ने भी शायरी के जरिए लोगों के दिलों में जगह बनाने की कोशिश की।
27 लड़कियों ने किया कैटवॉक विंटर क्वीन प्रतियोगिता में देश के अलग-अलग राज्यों से 27 सुंदरियां हिस्सा लेने पहुंची हैं, जबकि ऑडिशन के दौरान कई सुंदरियां प्रतियोगिता से बाहर हो गईं. बुधवार की रात जहां मनाली की पहाड़ियां बर्फ की सफेद चादर से ढकी हुई थीं, वहीं हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बीच सुंदरिया ने मनु रंगशाला में विंटर क्वीन बनने के लिए कैटवॉक किया, जिससे लोगों को जीवन में कुछ करने की प्रेरणा मिली।
पारंपरिक परिधान में होगा कैटवॉक कोरियोग्राफर दिव्यांगना मेहता ने बताया कि करीब 60 लड़कियों ने भाग लिया था, जिनमें से 27 का चयन किया गया। उन्होंने कहा कि कार्निवाल में एक दिन लड़कियां भी पारंपरिक परिधानों में कैटवॉक करेंगी। पांच दिवसीय मनाली कार्निवल का उद्घाटन 2 जनवरी को सीएम सुखविंदर सिंह ने किया था. ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में लोग कॉर्नवॉल देखने पहुंच रहे हैं। कॉर्नवॉल कल यानी 6 जनवरी 2023 को खत्म हो जाएगा।
सबसे पहले सुंदरियों ने अपना परिचय दिया और उसके बाद कैटवॉक शुरू की। अब ये अगले राऊंड में प्रवेश करेंगी। पहले राऊंड के दौरान आक्षी धीमान, शायना, कनिष्का वर्धान, प्रिपता चौहान, शिवांशी ठाकुर, निधि चौहान, साक्षी ठाकुर, मनीषा शर्मा, स्मृति, प्रितिका, आरजू राणा, आरूषि, रूपाक्षी शर्मा, सेजल, दीपाली ठाकुर, रुंजन रामटा, हितैषी परमार, प्रियंका चंदेल, निकिता ठाकुर, ड्रीम, श्रुति शर्मा, तान्या वर्मा, हिमानी, आरूषि राणा व दीया ने कैटवॉक किया।
वॉइस ऑफ विंटर कार्निवाल में 15 प्रतिभागियों ने भाग लिया
वहीं वॉइस ऑफ विंटर कार्निवाल प्रतियोगिता में आज 15 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें से 10 ने अगले राऊंड में प्रवेश किया। आज तीसरे दिन तौकीर अली, हरनूर, रवि शांडिल, हरीश ठाकुर, शैलेष बौद्ध, लता, गुरप्रीत, दुष्यंत ठाकुर, अर्पिता ठाकुर, संजय, रजनीश ठाकुर, क्षितिज शर्मा, रूप सिंह व हिमांशु दत्त ने भाग लिया।
मनाली विंटर कार्निवाल की शुरुआत: पर्यटन नगरी मनाली में कुल्लू विंटर कार्निवाल का वार्षिक उत्सव अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक हरनाम सिंह के दिमाग की उपज था, और वर्ष 1977 में अस्तित्व में आया। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री राज्य के डॉ. वाईएस परमार ने महोत्सव का उद्घाटन किया और प्रारंभिक वर्ष में महोत्सव का प्राथमिक फोकस स्कीइंग पर था। स्कीइंग को बढ़ावा देने के मकसद से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी और धीरे-धीरे लोग भी इसमें शामिल होने लगे। उसके बाद इसका स्वरूप बढ़ता चला गया और अब इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है।