Kanjhawala Case: पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने दिल्ली में कांजावाल घटना को लेकर दिल्ली की पुलिस पर सवाल खड़ा किया है। किरण बेदी ने कहा कि इस घटना से तीन अहम बातें निकलकर सामने आती हैं।
जिस तरह से नए साल की पार्टी में शामिल होने के बाद अंजलि घर जा रही थी और रास्ते में उसे कार सवारों ने कई किलोमीटर तक घसीटा, उसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। इस घटना पर किरण बेदी ने कहा कि इससे साफ है कि दिल्ली पुलिस का रिस्पांस सिस्टम कितनी देर से काम करता है, लोगों ने कानून का डर नहीं है। साथ ही सिविक एजेंसीज से पुलिस सवाल नहीं कर पाई।
किरन बेदी ने कहा कि इस घटना से 3 बातें मुख्य रूप से सामने आती हैं, पहला यह कि पुलिस की प्रतिक्रिया करने की प्रणाली में देरी हुई। दूसरी यह कि लोगों मे कानून का भय नहीं है और तीसरी यह कि सिविक एजेंसीज के साथ एकीकरण का ना होना। किरन बेदी ने कहा कि अगर सड़क पर रोशनी नहीं है तो इसकी सूचना कौन देगा। गौर करने वाली बात है कि रविवार को 20 साल की अंजलि को एक मारुति बलेनो ने टक्कर मार दी और इसके बाद उसे कई किलोमीटर तक घसीटता चला गया। यह घटना दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में हुई है।
पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों की पहचान की है, जिसने नाम दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, अमित खन्ना, मिथुन और किशन है। इन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। माना जा रहा है कि आरोपी शराब के नशे में थे। वहीं आरोपियों का कहना है कि हमे इस बात की जानकारी नहीं थी कि कार में महिला फंसी है। वहीं अंजलि के साथ उसकी दोस्त निधि भी सवार थी, उसका कहना है कि वह चिल्ला रही थी लेकिन कार नहीं रुकी, इन लोगों ने जानबूझकर उसे मारा है।
बता दें कि अंजलि के पार्थिव शरीर का मंगलवार रात अंतिम संस्कार कर दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच अंजलि का अंतिम संस्कार किया गया। ऑटोप्सी रिपोर्ट के अनुसार अंजलि के साथ किसी भी तरह का यौन शोषण नहीं हुआ है। उसके निजी अंगों में कोई चोट नहीं है, जो भी चोट के निशान हैं वह सड़क पर घसीटने की वजह से हैं। इस घटना के बाद देश की राजधानी में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि इस घटना में एक भाजपा नेता मनोज मित्त भी शामिल है। वह भाजपा का सदस्य है।