हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब कैबिनेट का विस्तार होना है। मंत्रिमंडल को लेकर दिल्ली में मंथन पिछले कई दिनों से चल रहा है। शुक्रवार को दूसरे दिन भी मुख्यमंत्री की कैबिनेट गठन पर केंद्रीय नेताओं के साथ दिल्ली में अलग-अलग चरणों में बैठक हुई, ऐसे में अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार को अपनी कैबिनेट पर हाईकमान की मोहर लगाकर दिल्ली से सीधे शिमला लौट सकते हैं।
बता दें की हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर रविवार को गोवा के लिए रवाना होंगे , इसके बाद वह 12 जनवरी तक वापस हिमाचल लौटेंगे , ऐसे में रविवार को सुबह 10 बजे मंत्रियों को शपथ दिलाने की सम्भावना जताई जा रही है। यदि ऐसा नहीं होता है तो मंत्रिमंडल का गठन स्वाभाविक रूप से आगे सरक जाएगा, ऐसे में शपथ ग्रहण को लेकर संशय का मौहाल भी बना हुआ है।
करीब 26 दिनों से सुक्खू सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर खींचतान चली हुई है तथा अब अंतिम चरण में मंत्री की रेस से नाम न कटे, इसके लिए विधायकों द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कांगड़ा, शिमला और सोलन को लेकर फिर से पेंच फंसने के चलते ही मंत्रिमंडल पर अंतिम सहमति नहीं बन पा रही है जबकि पहले तीनों जिलों से कौन मंत्री बनेंगे, ये लगभग तय हो गया था।