नए साल में 20 वर्षीय युवती अंजलि सिंह की दर्दनाक मौत की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नए-नए तथ्य सामने आ रहे हैं। मामले में अभी तक कई खुलासे बेहद सनसनीखेज हुए हैं। खासकर अंजलि की दोस्त होने का दावा करने वाली निधि के बयानों और तथ्यों में काफी असमानता है। इसलिए यह मामला उलझता जा रहा है और ऐसा लग रहा है कि निधि के बयानों में कई पेंच हैं. पुलिस को इस बात पर भी शक है कि वह मौके पर मौजूद थी या नहीं?
जानें अंजलि की सहेली निधि के बयानों में झोल क्यों हैं ?

बाहरी दिल्ली के कंझावला में 20 साल की अंजलि सिंह की 1 जनवरी को तड़के 12 किलोमीटर तक कार से घसीटे जाने से हुई दर्दनाक मौत के मामले में हर पल नए और बड़े मोड़ आ रहे है। इस घटना में पुलिस तेजी से जांच करने के लिए भारी दबाव में है, क्योंकि 12 किलोमीटर लड़की कार के पहिये में फंसी रही और उसे 31 दिसंबर वाली महत्वपूर्ण रात को भी उसकी भनक तक नहीं लग पाई, इससे उसकी पहले ही काफी किरकिरी हो चुकी है। मंगलवार को इस घटना की एक चश्मदीद सामने आई, जिसने कई सारे दावे-खुलासे किए। यह चश्मदीद कोई और नहीं अंजलि के साथ स्कूट पर सवार हुई उसकी कथित सहेली निधि थी। उसके बयान मंगलार को मैजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज हुए हैं। लेकिन, निधि के बयानों के बाद कुछ नए तथ्य सामने आए हैं, जो खुद उसे सवालों के घेरे में ला रहे हैं।
निधि का पहला बयान और उसमें झोल!

निधि का दावा नंबर 1: हादसा शनिवार-रविवार की दरमियानी रात 2 बजे से 3 बजे के बीच हुआ। निधि ने यह भी कहा था कि उसने अपनी दोस्त को बचाने का असफल प्रयास किया था। यही नहीं उसने आरोपियों पर उसपर भी कार चढ़ाने की कोशिश का आरोप लगाया था। वह खुद के बहुत डर जाने की बात भी कह रही थी।
दावे में झोल: लेकिन, बुधवार को एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जो उसी का रात है। इसमें निधि रात के 1.36 बजे ही अपने घर पहुंचती दिख रही है। वैसे इस फुटेज की टाइमिंग में विसंगति भी बताई जा रही है। लेकिन, इसमें निधि के व्यवहार से नहीं लग रहा है कि वह अपनी दोस्त को उस हालत में छोड़कर आई है। वह बहुत ही सामान्य नजर आ रही है। वहीं, निधि के दोस्त निशांत का दावा है कि उसने निधि को रात के करीब 2.30 बजे घर पहुंचते देखा था।
निधि का दूसरा दावा और उसमें झोल!

निधि का दावा नंबर 2: निधि ने दावा किया था कि हादसे में उसका फोन टूट गया था, इसलिए वह घटना के बारे में पुलिस से संपर्क नहीं कर पाई थी।
दावे में झोल: सीसीटीवी तस्वीर में दिखता है फोन निधि के हाथों में ही है। निधि के दोस्त निशांत का दावा है कि उसने उससे रात करीब 2.30 बजे सी-टाइप चार्जर मांगा था। निशांत ने कहा कि निधि ने उसे अपना फोन दे दिया था, ताकि वह उसे चार्ज कर सके। दावों और हकीकत में यह अंतर उसके बयानों को काफी संदिग्ध बना रहा है। यही वजह है कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी उसकी पुख्ता जांच करने की मांग की है।
निधि का तीसरा दावा और उसमें झोल!

निधि का दावा नंबर 3: अंजलि हादसे के वक्त बहुत ज्यादा नशे में थी और उसने खुद स्कूटी चलाने की जिद की।
दावे में झोल: ऑटोप्सी रिपोर्ट में अंजलि के सैंपल में अल्कोहल की मौजूदगी नहीं पाई गई है। अंजलि के फैमिली डॉक्टर भूपेश ने दुर्घटना वाली रात उसके बहुत ज्यादा नशे में होने के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि ऑटोप्सी रिपोर्ट में उसके पेट में अल्कोहल के कोई निशान नहीं मिले हैं। अंजलि की मां ने भी कहा है कि वह कभी शराब नहीं पीती थी और निधि के आरोप बेबुनियाद हैं।
दुर्घटना के वक्त निधि मौके पर थी या नहीं ?

पुलिस का तो यहां तक दावा है कि हो सकता है कि वह दुर्घटना के वक्त मौके पर मौजूद ही ना रही हो। क्योंकि, सीसीटीवी फुटेज में उसे रात 1.36 में अपने घर पहुंचते देखा गया है। उल्टे पुलिस का दावा है कि निधि ही नशे में थी। अंजलि की मां रेखा का भी कहना है कि ‘मैं निधि को नहीं जानती, मैंने उसे कभी भी नहीं देखा। अंजलि कभी शराब नहीं पीती थी, वह कभी भी नशे की हालत में घर नहीं आई, और निधि ने जो भी दावे किए हैं, उसपर हमें विश्वास नहीं है। निधि सबकुछ गलत कह रही है। यदि निधि मेरी बेटी की सहेली थी तो वह उसे अकेले क्यों छोड़ दिया? यह बहुत ही सोची-समझी साजिश है, हो सकता है कि निधि इसमें शामिल हो। इसमें जांच होनी चाहिए और पांच लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
12 किलोमीटर तक कार में घसीटी जाती रही अंजलि

घटना 1 जनवरी तड़के दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके की है। जिस कार से अंजलि की स्कूटी को टक्कर मारी गई और उसे पहिए में फंसी स्थिति में 12 किलोमीटर तक घसीटा गया, उसमें सवार पांचों आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार किया गया था। इन सबको दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 2 जनवरी को 3 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया था।