सोलन। नशा खरीदने के लिए अब नशेड़ियों ने मंदिरों तक को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। मंदिरों की घंटियां तक नशेड़ियों ने नहीं छोड़ी हैं। इसके चलते लगातार चोरियों के मामले बढ़ते जा रहे हैं।बीते दिनों भी शहर के आसपास के क्षेत्रों में मंदिरों से कई सामान चोरी होने के मामले आए हैं। यह मुद्दा वीरवार को हुई जिला परिषद की बैठक में छाया रहा।
जिप सदस्यों ने नशाखोरी पर अंकुश लगाने की पुलिस और प्रशासन से मांग उठाई। जिला परिषद अध्यक्ष रमेश ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों ने कहा कि अब नशाखोर मंदिरों से सामान उठाकर कबाड़ में बेच रहे हैं। ऐसे में मंदिरों में रखा सामान भी सुरक्षित नहीं हैं। नशेड़ी अपनी संस्कृति को भूल गए हैं और चोरी जैसे काम को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में मंदिरों में भी चौकीदार रखने की नौबत आ गई है।
वहीं नशा मुक्ति केंद्रों में भी महज औपचारिकताएं पूरी हो रही है और विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वहीं विभागाध्यक्षों के बैठक में न पहुंचने के लिए भी बैठक में सदस्यों ने रोष जताया। बैठक में यह भी सामने आया है कि कई मदों के बारे में अधिकारियों के पास कोई जवाब ही नहीं था, जिसे लेकर अधिकारी बैठक में चुप बैठे रहे। हालांकि ये मदें करीब दो वर्ष से बार-बार बैठक में आ रही हैं। जिस पर न तो अभी तक काम हुआ है न ही अधिकारियों से सदस्यों को संतोषजनक उत्तर मिला है। वहीं यह मदें बजट के अभाव से लगातार बैठक में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जिला परिषद की विधानसभा चुनावों के बाद पहली बैठक हुई। अतिरिक्त उपायुक्त जफर इकबाल बैठक में मौजूद रहे। बैठक में सदस्यों ने बिजली, पानी, सड़क, परिवहन, रास्तों समेत कई मुद्दों पर सवाल-जबाव किए। इस दौरान बीच-बीच में गहमागहमी भी देखने को मिली। लेकिन अधिकारियों की ओर से दिए जा रहे जवाब पर सदस्य संतुष्ट भी दिखाई दिए। बैठक में 43 पुराने मद और 14 नए मदों पर चर्चा की गई। इसी के साथ 18 अगस्त से 04 जनवरी तक की 579,46,164 रुपये की आय और व्यय का ब्योरा भी प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान जिला परिषद अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने कहा कि अधिकारी कार्यों को समय से पूरा करें ताकि इनका लाभ आम नागरिकों को मिल सके। उन्होंने जिला परिषद के सदस्यों एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया कि कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि लंबित पड़े कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जा सके। जिले के सभी खंड विकास अधिकारी जिला परिषद सदस्यों को संबंधित विकास खंडों में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी उपलब्ध करवाएं तथा प्रत्येक माह बैठक कर विभिन्न मदों पर विस्तृत चर्चा कर समाधान निकालने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि जिला परिषद जिला का सबसे बड़ा सदन है, जिससे लोगों को काफी उम्मीदें रहती हैं। जिला पंचायत अधिकारी रमेश मिन्हास ने बैठक का संचालन किया। बैठक में जिला परिषद सोलन के सदस्यगण, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, सचिव एपीएमसी रविंद्र शर्मा, खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे।
एचआरटीसी के चालान का हुआ बवाल
पथ परिवहन निगम के कर्मियों ने बसों के लगातार हो रहे चालान का मुद्दा भी बैठक में उठा दिया। जिस पर खूब बवाल हुआ। हालांकि मामले पर अतिरिक्त उपायुक्त जफर इकबाल ने इसे सुलझाने के लिए कर्मचारियों को कार्यालय में आने के लिए कहा है ताकि आपसी बातचीत से मामले को सुलझाया जा सके। वहीं कई वाहनों के परमिट न देने पर भी क्षेत्रीय परिवहन विभाग पर प्रश्न भी खड़े किए हैं।