Business News: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में बुधवार के दिन तेजी देखने को मिली। लगातार गिरावट के बाद बिटकॉइन ने जोरदार वापसी की। दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने 93,000 डॉलर का स्तर पार कर लिया। इस उछाल ने निवेशकों को राहत दी है। बाजार में फिर से भरोसे की भावना लौट रही है।
बिटकॉइन पिछले 24 घंटों में करीब आठ प्रतिशत चढ़ गया है। इसकी कीमत 93,758 डॉलर के आसपास पहुंच गई। क्रिप्टो बाजार में यह एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है। अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में भी तेजी देखी गई। एथेरियम और सोलाना जैसी करेंसी भी मजबूत हुई हैं।
प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में तेजी
एथेरियम कीकीमत में भी लगभग दस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह क्रिप्टोकरेंसी 3,072 डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रही है। सोलाना में तो बारह प्रतिशत से अधिक की उछाल दर्ज की गई। यह तेजी क्रिप्टो बाजार के लिए उम्मीद जगाती है। निवेशकों का मनोबल बढ़ाने में यह सहायक साबित हुई है।
पिछले कुछ दिनों से बाजार में गिरावट का दबाव बना हुआ था। बिटकॉइन अपने सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया था। यह 90,000 डॉलर से नीचे आ गया था। लेकिन बुधवार को आई तेजी ने यह प्रवृत्ति उलट दी। अब बाजार में सुधार की उम्मीद बढ़ गई है।
तेजी के प्रमुख कारण
बिटकॉइन स्पॉट ईटीएफ मेंबड़े निवेश ने बाजार को गति दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इन ईटीएफ में बड़ी मात्रा में पैसा आया। इससे ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 5.1 अरब डॉलर हो गया। इतने बड़े निवेश का सीधा असर कीमतों पर पड़ता है। इसलिए बिटकॉइन की कीमत में तेजी आई।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक भी एक प्रमुख कारक है। शुक्रवार को होने वाली इस बैठक में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है। निवेशकों को लगता है कि दरों में कमी से क्रिप्टो बाजार को समर्थन मिलेगा। इस उम्मीद ने भी बाजार में तेजी को बढ़ावा दिया है।
क्रिप्टो बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है। लेकिन इस तरह की तेज उछाल निवेशकों का भरोसा बढ़ाती है। बाजार में तरलता बढ़ने से और भी निवेश आ सकते हैं। इससे क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता में भी वृद्धि हो सकती है।
बाजार के भविष्य पर नजर
फेडरल रिजर्व कीबैठक का परिणाम बाजार के लिए अहम होगा। ब्याज दरों में कटौती से निवेशकों को राहत मिलेगी। इससे क्रिप्टो समेत जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश बढ़ सकता है। बाजार विश्लेषक इस बात पर नजर रख रहे हैं।
ईटीएफ में निवेश की यह प्रवृत्ति जारी रह सकती है। संस्थागत निवेशकों की भागीदारी बाजार को स्थिरता देती है। इससे क्रिप्टो बाजार परिवर्तनशीलता से बच सकता है। यह दीर्घकालिक विकास के लिए सहायक होगा।
क्रिप्टो बाजार में तेजी और मंदी का चक्र चलता रहता है। निवेशकों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। बाजार की अस्थिरता के कारण जोखिम बना रहता है। विवेकपूर्ण निवेश ही सबसे अच्छी रणनीति है।
