कुल्लू। हिमाचल के कुल्लू (Kullu) जिला में पैराग्लाइडिंग पायलट के लिए अनिवार्य एसआईबी प्रशिक्षण के फर्जी सर्टिफिकेट (Fake Certificates) बेचने का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। उत्तराखंड के शातिर ने अब तक कई पायलटों को यह फर्जी सर्टिफिकेट बेच दिए। मामले का खुलासा होते ही पुलिस ने शातिर युवक को धर दबोचा। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड (Uttarakhand) के शातिर पायलट ने एसआईबी प्रशिक्षण के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट बेचकर लाखों रुपए लूटे।
इस मामले में जब अटल बिहारी वाजपेई माउंट रिंग एवं एलाइड स्पोर्ट्स संस्थान के प्रशिक्षक को जानकारी मिली, तो उन्होंने एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला (SDM Kullu Vikas Shukla) के नेतृत्व में शातिर को रंगे हाथों धर दबोचा। इस मामले में अब तक दो अन्य लोगों की भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू कर दी है।
जानकारी देते हुए एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेई माउंट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के प्रशिक्षक से गुप्त सूचना मिली थी कि पैराग्लाइडिंग पायलट के एडवांस कोर्स एसआईबी (Advance Course SIB) सर्टिफिकेट के नाम पर उत्तराखंड के एक व्यक्ति के द्वारा फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग पायलट (Paragliding Pilots) को एसआईबी एडवांस कोर्स करना अनिवार्य होता है। ऐसे में यह शातिर 25.25 हजार में बिना ट्रेनिंग करवाएं ही पायलटों को इसके सर्टिफिकेट बेच रहा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब तक शातिर व्यक्ति ने 70 से अधिक पैराग्लाइडिंग पायलटों को सर्टिफिकेट बेचकर फर्जीवाड़ा किया है, जिससे हजारों लोगों की अनमोल जिंदगी से भी खिलवाड़ किया है। विकास शुक्ला ने बताया कि इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सर्टिफिकेट भी जब्त किए गए हैं।
एसडीएम विकास शुक्ला (SDM Vikas Shukla) ने बताया कि इस एडवांस कोर्स में पैराग्लाइडिंग पायलट को पैराग्लाइडिंग फ्लाई और इमरजेंसी में किस प्रकार कार्य करना है, चाहे नदी के ऊपर इमरजेंसी में लैंडिंग करनी हो या फिर रिजर्व पैराग्लाइडर को निकालना हो के बारे में जानकारी दी जाती है। उन्होंने बताया कि यह कोर्स करना पैराग्लाइडिंग पायलट के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि ऐसे में इस फर्जीबाड़े की गहनता से तफ्तीश की जा रही है। इस पूरे फर्जीवाड़े में कौन-कौन शामिल है, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।