शिमला. हिमाचल प्रदेश के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला (IGMC Shimla) में एमबीबीएस (MBBS) में एक फर्जी एडमिशन का खुलासा हुआ है. शिकायत के बाद अब पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. 20 साल का छात्र बिलासपुर जिले के घुमारवीं का रहने वाला है. बुधवार को उसकी गिरफ्तारी हुई है. उधर, मामला सामने आने के बाद छात्र को संस्थान से सस्पेंड कर दिया गया था.
जानकारी के अनुसार, आरोपी छात्र के पिता सीमेंट फैक्ट्री में काम करते हैं. छात्र ने इससे पहले भी तीन बार परीक्षा दी थी, लेकिन पास नहीं कर पाया था. इस कार उसने फर्जी तरीके से नीट एग्जाम की मार्कशीट से छेड़छाड़ और दाखिला लिया. दस्तावेजों की पड़ताल में यह छात्र पकड़ा गया.
कैसे किया फर्जीवाडा
आरोपी ने नीट से संबंधित वेबसाइट से एक जानने वाली छात्रा का सर्टिफिकेट डाउनलोड किया और फिर टैंपरिंग की. केवल अपना और फोटो बदले. बाद में जह मेडिकल काउंसिल ने उसके दस्तावेज जांचे तो मामला पकड़ा गया. शिमला की लक्कड़ बाजार चौकी में शिकायत दर्ज करवाई गई थी. और बुधवार को गिरफ्तारी हुई है.
परिजनों का था प्रेशर
एएसपी शिमला सुनील नेगी ने बताया कि मंगलवार को मेडिकल कालेज की तरफ से शिकायत मिली है. मामले की जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. साथ ही कहा कि फैमिली प्रेशर के कारण आरोपी ने यह कदम उठाया. वहीं, इससे पहले, तीन बार एग्जाम में फेल हो चुका है. बता दे कि आईजीएमसी शिमला प्रदेश के अन्य सभी मेडिकल कॉलेजों में श्रेष्ठ है औऱ सूबे के सबसे पुराने मेडिकल कॉलेजों में शुमार है.