Himachal News: बड़सर की कड़साई पंचायत में श्मशानघाट विवाद ने तनाव पैदा किया। मंगलवार को भेवड़ सहेली श्मशानघाट में अनुसूचित जाति के व्यक्ति के अंतिम संस्कार पर दो गांवों के लोग भिड़ गए। ननावां गांव का श्मशानघाट बारिश से क्षतिग्रस्त था। स्थानीय लोगों ने विरोध किया, जिससे हंगामा हुआ। पुलिस और प्रशासन ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को समझाया। डेढ़ घंटे बाद आपसी सहमति से अंतिम संस्कार हुआ।
बारिश ने बढ़ाई समस्या
ननावां गांव के श्मशानघाट का रास्ता बारिश से खराब हो गया। खड्ड में तेज बहाव के कारण वहां अंतिम संस्कार संभव नहीं था। परिजन भेवड़ सहेली श्मशानघाट पहुंचे। स्थानीय लोगों ने श्मशानघाट विवाद के तहत विरोध किया। अलग-अलग जातियों के लिए अलग श्मशानघाट के प्रावधान ने विवाद को जन्म दिया। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
प्रशासन का हस्तक्षेप
श्मशानघाट विवाद सुलझाने के लिए प्रशासन ने मध्यस्थता की। एसडीएम राजेंद्र गौतम ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया। आपसी सहमति से अंतिम संस्कार करवाया गया। ननावां गांव के लिए अलग श्मशानघाट बनाने के निर्देश दिए गए। प्रशासन सरकारी भूमि चिह्नित कर निर्माण शुरू करेगा। स्थानीय लोगों ने स्थायी समाधान की मांग की।
पंचायत का प्रस्ताव
कड़साई पंचायत के प्रतिनिधियों ने बताया कि ननावां गांव ने बारिश को देखते हुए भेवड़ सहेली श्मशानघाट में अंतिम संस्कार की अनुमति मांगी थी। ग्रामीणों की असहमति के कारण प्रस्ताव खारिज हुआ। श्मशानघाट विवाद अब प्रशासन के पास है। एसडीएम ने स्थायी समाधान का आश्वासन दिया। ननावां गांव के लिए जल्द नया श्मशानघाट बनाया जाएगा। मामला शांतिपूर्ण ढंग से सुलझ गया।
