Himachal News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्वारघाट के पास गौ तस्करी का अनोखा मामला सामने आया है। तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए तेल के टैंकर में गाय और बैल छिपाकर ले जा रहे थे। एक्साइज विभाग की जीएसटी टीम ने नालागढ़ के गरामौड़ा में नाकाबंदी के दौरान इस गौ तस्करी को पकड़ा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नाकाबंदी में हुआ खुलासा
23 जुलाई 2025 की रात को एक्साइज विभाग की नालागढ़ जीएसटी टीम ने कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर गरामौड़ा में वाहनों की जांच के लिए नाका लगाया था। रात 10 बजे के करीब हरियाणा नंबर का एक तेल टैंकर आया। चालक ने खुद को जाफर अली, जम्मू का निवासी बताया। जब टीम ने टैंकर में लोड तेल के दस्तावेज मांगे, तो चालक ने टालमटोल की और टैंकर को बिलासपुर की ओर भगाने की कोशिश की।
टैंकर में मिले गाय-बैल
तेज गति के कारण टैंकर सड़क किनारे नाली में फंस गया। चालक और एक अन्य व्यक्ति मौके से फरार हो गए। रात में अंधेरे के कारण टैंकर की जांच नहीं हो सकी। सुबह जब टीम ने टैंकर का ढक्कन खोला, तो उसमें तीन गाय और छह बैल पाए गए, जिनमें से एक बैल मर चुका था। जीएसटी से संबंध न होने पर टीम ने स्वारघाट पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने टैंकर को विश्व मंगल गौशाला, टाली पहुंचाया।
पुलिस कार्रवाई और स्थानीय प्रतिक्रिया
पुलिस ने टैंकर को कब्जे में लेकर विश्व मंगल गौशाला में गौवंश को सुरक्षित निकाला। सहायक आयुक्त (जीएसटी) नालागढ़ सचिन कुमार ने स्वारघाट थाने में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने गौ तस्करी का मामला दर्ज कर फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। नयनादेवी के विधायक रणधीर शर्मा और गौशाला के प्रधान रूप लाल शर्मा ने इस घटना की निंदा की। उन्होंने तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
