Health News: लगातार बनी रहने वाली खांसी एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। वायरल संक्रमण, एलर्जी या वातावरण में उत्तेजक पदार्थ इसके प्रमुख कारण हैं। अधिकांश मामलों में सरल घरेलू उपचार और सावधानियों से इस समस्या में राहत पाई जा सकती है।
पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन
खांसी होने पर भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ पीना आवश्यक है। गर्म पानी, हर्बल चाय और सूप बलगम को पतला करने में मदद करते हैं। यह गले की खराश को शांत करने में भी सहायक होता है। निर्जलीकरण से बचने के लिए दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पिएं।
शहद का प्राकृतिक उपयोग
शहद गले की जलन और खांसी को कम करने में प्रभावी है। गर्म पानी या चाय के साथ शहद का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अदरक के रस के साथ शहद मिलाकर लेने से भी आराम मिलता है। बारह महीने से कम उम्र के शिशुओं को शहद नहीं देना चाहिए।
भाप लेने की विधि
भाप लेना वायुमार्ग को साफ करने का एक प्रभावी तरीका है। गर्म पानी की भाप लेने से बलगम ढीला होता है और सांस लेने में आसानी होती है। इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार दोहराया जा सकता है। भाप लेते समय सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
नमक के पानी से गरारे
गर्म पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से गले की खराश में आराम मिलता है। यह बलगम को ढीला करने और सूजन कम करने में सहायक होता है। दिन में दो से तीन बार गरारे करने से significant लाभ हो सकता है। यह एक सरल और सुरक्षित घरेलू उपचार है।
चिकित्सकीय सलाह कब लें
यदि खांसी दो सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहे तो डॉक्टर से संपर्क करें। सांस लेने में तकलीफ या बलगम में खून आने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता लें। अचानक वजन कम होना या तेज बुखार होना भी चिंता का विषय है। डॉक्टर उचित दवाओं और उपचार की सलाह दे सकते हैं।
बचने योग्य पदार्थ और आदतें
धूम्रपान और वेपिंग से वायुमार्ग में सूजन हो सकती है। एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों और तेज गंध से दूर रहना चाहिए। धूल और प्रदूषण के संपर्क में आने से बचाव करना महत्वपूर्ण है। इन सावधानियों से खांसी की समस्या को बढ़ने से रोका जा सकता है।
