Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले की बरस्वाण पंचायत में मनरेगा धन के गबन का मामला सामने आया। शिकायतकर्ता दिनेश कुमार ने पंचायत प्रधान डोलमा देवी सहित सभी जनप्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। उनकी पत्नी प्रवीणा कुमारी भी पंचायत सदस्य हैं। दिनेश ने 15 फरवरी 2025 को मनरेगा लोकपाल को शिकायत दी। लोकपाल ने जांच के बाद चार लोगों पर रिकवरी और सभी पर जुर्माना लगाया। डीसी मंडी से त्वरित कार्रवाई की मांग की गई।
शिकायत और आरोप
दिनेश कुमार ने आरोप लगाया कि डोलमा देवी ने अपनी सास के नाम पर स्वीकृत गोशाला के लिए 57,579 रुपये का मस्ट्रोल अपने पति गगन कुमार के नाम जारी किया। मौके पर कोई गोशाला नहीं बनी। 17 फरवरी को लोकपाल ने घटनास्थल का दौरा किया। 14 जुलाई को चार लोगों से रिकवरी और सभी जनप्रतिनिधियों पर एक-एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। डीसी मंडी को आगे की कार्रवाई के लिए लिखा गया।
पंचायत प्रधान का जवाब
बरस्वाण पंचायत की प्रधान डोलमा देवी ने सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। डोलमा ने कहा कि गोशाला का निर्माण कार्य प्रगति पर है और नियमों के अनुसार हो रहा है। उन्होंने लोकपाल की कार्रवाई को गलत ठहराया। डोलमा ने दावा किया कि जांच के दौरान उन्हें मौके पर नहीं बुलाया गया। उन्होंने एक सप्ताह बाद कार्यालय बुलाए जाने की बात कही। वह हाईकोर्ट में अपील करेंगी।
पहले भी लगे थे आरोप
दिनेश कुमार ने 2021 में भी पंचायत में अनियमितताओं की शिकायत की थी। तब जांच के बाद जनप्रतिनिधियों पर जुर्माना लगाया गया था। डोलमा सहित कई प्रतिनिधियों को निलंबित किया गया था। बाद में डीसी मंडी ने चेतावनी देकर उनकी सेवाएं बहाल की थीं। उस समय निलंबित प्रतिनिधियों में दिनेश की पत्नी प्रवीणा कुमारी भी शामिल थीं। यह मामला फिर से चर्चा में है और जांच के परिणाम का इंतजार है।
लोकपाल की कार्रवाई
मनरेगा लोकपाल ने शिकायत की जांच के बाद सख्त कदम उठाए। 17 फरवरी को मौके का निरीक्षण किया गया। 14 जुलाई को चार लोगों से रिकवरी और सभी जनप्रतिनिधियों पर जुर्माना लगाया गया। लोकपाल ने डीसी मंडी को पत्र लिखकर मामले में त्वरित कार्रवाई की सिफारिश की। शिकायतकर्ता दिनेश ने डीसी से जल्द कार्रवाई की मांग की है। यह मामला पंचायतों में भ्रष्टाचार की गंभीर समस्या को उजागर करता है।
