हिमाचल प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ते जा रहे है सरकार ने एक दिन पहले मंत्री मंडल की बैठक की। कोरोना का हवाला देकर विधानसभा का शीतकालीन सत्र रदद् आकर दिया गया। घोषणा की गई कि 15 दिसम्बर तक पार्टी की कोई गतिविधियां नही होगी। प्रदेश की जनता को मास्क नही पहने पर 5000 जुर्माने और 8 दिन की जेल के प्रावधान तक किए गए। शादी मुंडन इत्यादि सामाजिक समारोहों के लिए आदमियों की संख्या 50 निर्धारित की गई है। बाकायदा घोषणा की गई कि सरकार अब सख्त हो गई है।

अब तक प्रदेश में पुलिस करोड़ो रूपये मास्क न पहनने पर आम जनता से वसूल चुकी है। लेकिन लगता है हिमाचल में दो तरह के कानून है, भाजपा के नेताओं, मंत्रियों और अध्यक्षों के लिए अलग और आम जनता के लिए अलग। जानकारी के मुताबिक आज सरकार की सख्त होने की घोषणा के दूसरे दिन भाजपा के मंत्री और अध्यक्ष ने सरकार के आदेशों और निर्देशों का उल्लंघन किया है।

पहला मामला भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन आज परमाणु पहुंची और वहां भाजपा नेताओं ने स्वागत ही नही किया बल्कि बैठक भी हुई और बिना मास्क फ़ोटो सेशन भी किया गया। सोशल डिस्टेंशिंग का तो कहीं नामोनिशान देखने को नही मिला। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप भी उस कार्यक्रम में मौजूद रहे।

दूसरा मामला, जसवां परागपुर में एक कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर मुख्यतिथि के रूप में की। जहां सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे। इतना ही नही भाजपा मंत्री बिक्रम ठाकुर ने जनता को इंडक्शन, साइकल और अन्य सामान भी बांटा। बहुत से लोगों ने मास्क नही पहने थे और सोशल डिस्टेंशिंग तो कहीं देखने को भी नही मिली।