India News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाया। उन्होंने बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा सीट पर एक लाख फर्जी वोट का दावा किया। कांग्रेस अब इस मुद्दे पर देशव्यापी अभियान चलाएगी। पार्टी ने राहुल के प्रेस कॉन्फ्रेंस वीडियो दिखाने का निर्देश दिया। चुनाव आयोग ने आरोपों को गलत बताया। राहुल ने डिजिटल वोटर लिस्ट की मांग की।
राहुल गांधी का ‘वोट चोरी’ का दावा
राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बेंगलुरु सेंट्रल की महादेवपुरा सीट पर धांधली का दावा किया। उनके मुताबिक, एक लाख से ज्यादा फर्जी वोटर जोड़े गए। कांग्रेस ने छह महीने की जांच के बाद यह खुलासा किया। राहुल ने इसे ‘वोट चोरी’ बताया। उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया।
कांग्रेस का देशव्यापी अभियान
कांग्रेस ने राहुल के खुलासे को जनता तक ले जाने का फैसला किया। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को दिल्ली में बैठक बुलाई। इसमें अभियान की रणनीति बनेगी। कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि राहुल का खुलासा हिट रहा। पार्टी ने उनके प्रेस कॉन्फ्रेंस वीडियो को सभी प्रदेश मुख्यालयों में दिखाने का निर्देश दिया। इसका मकसद कार्यकर्ताओं को जागरूक करना है।
इंडिया गठबंधन का समर्थन
राहुल ने इंडिया गठबंधन की बैठक में प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का सबूत पेश किया। शरद पवार ने सुझाव दिया कि इसे हर जिले में दिखाया जाए। कांग्रेस ने इस सुझाव को अपनाया। गठबंधन के नेता राहुल के साथ हैं। पार्टी इस मुद्दे को आक्रामक तरीके से उठाएगी। बिहार में SIR प्रक्रिया के खिलाफ मार्च भी होगा।
चुनाव आयोग का जवाब
चुनाव आयोग ने राहुल के आरोपों को खारिज किया। आयोग ने कहा कि राहुल का दावा भ्रामक है। उन्होंने राहुल से शपथ पत्र मांगा। आयोग ने कहा कि वोटर लिस्ट पारदर्शी तरीके से बनती है। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सबूत मांगे। आयोग ने कहा कि राहुल को औपचारिक शिकायत दर्ज करनी चाहिए। आयोग ने इसे गैर-जिम्मेदाराना बयान बताया।
राहुल का पलटवार
राहुल ने चुनाव आयोग के जवाब पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि उन्होंने संसद में संविधान की शपथ ली है। राहुल ने कहा कि वह जनता के अधिकारों की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आयोग से निष्पक्षता की शपथ याद करने को कहा। राहुल ने डिजिटल वोटर लिस्ट की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि यह धांधली पूरे देश में हुई।
बेंगलुरु रैली में दोहराए आरोप
राहुल ने शुक्रवार को बेंगलुरु में ‘वोट अधिकार रैली’ को संबोधित किया। उन्होंने महादेवपुरा में एक लाख फर्जी वोट का दावा दोहराया। राहुल ने कहा कि डिजिटल वोटर लिस्ट मिलने पर वह धांधली साबित करेंगे। उन्होंने आयोग पर बीजेपी के लिए काम करने का आरोप लगाया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी राहुल का समर्थन किया।
वोटर लिस्ट में क्या गड़बड़ियां
राहुल ने महादेवपुरा में कई गड़बड़ियों का जिक्र किया। उन्होंने 11,965 डुप्लिकेट वोटर का दावा किया। 40,009 फर्जी पते वाले वोटर पाए गए। 10,452 वोटर एक ही पते पर दर्ज थे। 4,132 वोटरों की तस्वीरें गलत थीं। 33,692 वोटरों ने फॉर्म 6 का दुरुपयोग किया। राहुल ने कहा कि यह धांधली सुनियोजित थी।
बीजेपी का जवाब
बीजेपी ने राहुल के आरोपों को खारिज किया। पार्टी ने इसे हताशा का परिणाम बताया। बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने राहुल के बयान को गैर-जिम्मेदाराना कहा। उन्होंने कहा कि राहुल जनता के जनादेश का अपमान कर रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी आरोपों को बेतुका बताया। बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस को औपचारिक शिकायत दर्ज करनी चाहिए।
आगे की रणनीति
कांग्रेस इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी। पार्टी हर जिले में प्रजेंटेशन दिखाएगी। कार्यकर्ताओं को वोटर लिस्ट की जांच के लिए प्रेरित किया जाएगा। इंडिया गठबंधन बिहार में SIR के खिलाफ प्रदर्शन करेगा। राहुल ने कहा कि वह कोर्ट में भी मामला उठा सकते हैं। यह मुद्दा लोकतंत्र की विश्वसनीयता से जुड़ा है।
