Karnataka News: कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस गहरा गया है। कांग्रेस हाईकमान ने 30 नवंबर को दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई है। इसमें सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शामिल होंगे। चर्चा है कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर बड़ा फैसला हो सकता है। दोनों नेताओं के बीच तनातनी की खबरें लगातार सामने आ रही हैं।
दिल्ली में आलाकमान की बैठक
कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व राज्य के मौजूदा हालात पर चर्चा करेगा। यह बैठक 30 नवंबर की शाम को होनी है। सूत्रों के अनुसार, यदि हाईकमान निर्देश देगा तो सीएम सिद्धारमैया तुरंत दिल्ली जाएंगे। वहीं, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के 1 दिसंबर को दिल्ली जाने की संभावना है। नेतृत्व इस मुद्दे को जल्द सुलझाना चाहता है।
ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर पेंच
मई 2023 में जब सरकार बनी थी, तब रोटेशनल सीएम की काफी चर्चा थी। कहा गया था कि सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच ढाई-ढाई साल सत्ता साझा करने का समझौता हुआ है। अब सरकार का आधा कार्यकाल पूरा हो चुका है। ऐसे में शिवकुमार के समर्थक नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। हालांकि, पार्टी ने आधिकारिक तौर पर कभी इस डील की पुष्टि नहीं की।
शिवकुमार के बयान के मायने
डीके शिवकुमार ने हाल ही में कहा कि वह किसी जल्दबाजी में नहीं हैं। उन्होंने साफ किया कि सभी फैसले दिल्ली या बेंगलुरु में होंगे। इसी बीच उनके एक सोशल मीडिया पोस्ट ने हलचल बढ़ा दी। उन्होंने लिखा, “शब्द की ताकत दुनिया की ताकत है।” इसे उनके पुराने वादे की याद दिलाने के तौर पर देखा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़ने के संकेत भी दिए हैं।
सिद्धारमैया बोले- पूरा करूंगा कार्यकाल
इन अटकलों के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें पांच साल का जनादेश दिया है। वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि हाईकमान का फैसला उन्हें मान्य होगा। मतभेद मिटाने की कोशिश के तहत सिद्धारमैया ने शिवकुमार को नाश्ते पर आमंत्रित किया है।
