Delhi News: नई संसद भवन को लेकर जारी सियासत के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी ने सेंगोल का अपमान किया है। उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर कांग्रेस को भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों है? आपको बता दें कि सेंगोल को नई संसद में स्थापित करने के केंद्र सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाया था।
इसपर पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा, ”कांग्रेस पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा पंडित नेहरू को एक पवित्र सेंगोल दिया गया था, लेकिन इसे ‘चलने की छड़ी’ के रूप में एक संग्रहालय में भेज दिया गया था।”
उन्होंने आगे कहा, ”अब कांग्रेस ने एक और शर्मनाक अपमान किया है। पवित्र शैव मठ थिरुवदुथुराई अधीनम ने स्वयं भारत की स्वतंत्रता के समय सेंगोल के महत्व के बारे में बात की थी। कांग्रेस अधीनम के इतिहास को झूठा बता रही है। कांग्रेस को अपने व्यवहार पर विचार करने की जरूरत है।”
सेंगोल पर राजनीति कर रही भाजपा: जयराम
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज दावा किया कि लॉर्ड माउंटबेटन, सी राजगोपालाचारी और जवाहरलाल नेहरू द्वारा ‘सेंगोल’ को अंग्रेजों द्वारा भारत में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में वर्णित करने का कोई दस्ताव नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ढोल बजाने वाले तमिलनाडु में अपने राजनीतिक फायदे के लिए औपचारिक राजदंड का इस्तेमाल कर रहे हैं।
28 मई को पीएम मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन करने के बाद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास ‘सेंगोल’ स्थापित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में 25 राजनीतिक दलों ने भाग लेने का ऐलान किया है। वहीं, कांग्रेस सहित 20 विपक्षी दलों ने इसका बहिष्कार किया है।