शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

कांग्रेस: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के नए अध्यक्ष की घोषणा जल्द, मुख्यमंत्री सुक्खू से हुई चर्चा

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Shimla News: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में लंबे इंतजार के बाद अब नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा जल्द हो सकती है। कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ इस मामले पर विस्तृत चर्चा की है। पार्टी के भीतर पिछले कई महीनों से संगठनात्मक नियुक्तियों को लेकर मंथन चल रहा था। अब संकेत मिल रहे हैं कि नए अध्यक्ष का नाम तय करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच गई है।

मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का कार्यकाल बीते मई महीने में पूरा हो चुका है। वह वर्ष 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष बनी थीं। उनकी अगुवाई में पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की थी। प्रतिभा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं। उनका पुत्र विक्रमादित्य सिंह वर्तमान सरकार में मंत्री हैं।

पंचायत चुनावों से पहले नियुक्ति की तैयारी

कांग्रेस नेतृत्व दिसंबर में प्रस्तावित पंचायत चुनावों से पहले नए अध्यक्ष की नियुक्ति करना चाहता है। ये चुनाव पार्टी प्रतीकों पर नहीं लड़े जाते हैं। लेकिन इन्हें राजनीतिक रूप से बेहद अहम माना जाता है। प्रदेश में इन्हें आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मिनी विधानसभा चुनाव की तरह देखा जाता है। संगठन की कमान किसे सौंपी जाए यह फैसला पार्टी के लिए रणनीतिक रूप से अहम बन गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में कई मंत्री और विधायक शामिल हैं। माना जा रहा है कि पार्टी इस बार शिमला संसदीय क्षेत्र से ही किसी नेता को अध्यक्ष की जिम्मेदारी दे सकती है। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि इसी संसदीय क्षेत्र से वर्तमान में सरकार के पांच मंत्री हैं। इनमें शिमला जिला से रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह शामिल हैं।

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शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर हैं प्रबल दावेदार

शिमला संसदीय क्षेत्र से सोलन जिला से धनीराम शांडिल और सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान भी मंत्री हैं। इनमें शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। वह जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। रोहित ठाकुर राजपूत समुदाय से हैं जिसकी प्रदेश में सबसे अधिक तादाद है।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए हाईकमान किसी संतुलित चेहरे को चुनने के पक्ष में है। अध्यक्ष पद की रेस में अन्य नामों में कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी शामिल हैं। रेणुका से विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार भी दावेदार हैं।

पूर्व अध्यक्ष कुलदीप राठौर भी दौड़ में

ठियोग से विधायक कुलदीप राठौर भी अध्यक्ष पद के दावेदारों में शामिल हैं। कुलदीप राठौर पहले भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके हैं। उनकी अगुवाई में कांग्रेस ने वर्ष 2021 में मंडी लोकसभा सीट समेत तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव जीते थे। राठौर भी राजपूत समुदाय से आते हैं। इससे पार्टी के सामने समुदायगत चुनौती भी खड़ी हो गई है।

अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले विनोद सुल्तानपुरी और विनय कुमार भी इस पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। राज्य में राजपूतों के बाद अनुसूचित जाति समुदाय की आबादी सबसे अधिक है। इसलिए पार्टी इस वर्ग से भी किसी को मौका देने पर विचार कर सकती है। जातीय समीकरण पार्टी के लिए अहम हो गए हैं।

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मुख्यमंत्री सुक्खू की राय होगी अहम

जानकारी के अनुसार नए अध्यक्ष की नियुक्ति में मुख्यमंत्री सुक्खू की राय को भी अहमियत दी जाएगी। प्रदेश कांग्रेस की संपूर्ण कार्यकारिणी पिछले वर्ष से भंग है। इसके चलते संगठनात्मक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं को नए अध्यक्ष की घोषणा का बेसब्री से इंतजार है। हाईकमान जल्द ही नाम का ऐलान कर सकता है।

पंचायत चुनावों से पहले संगठन को मजबूती दी जानी है। आने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों को गति मिल सके इसके लिए नया अध्यक्ष जल्द चाहिए। पार्टी नेतृत्व इस नियुक्ति को लेकर गंभीरता से काम कर रहा है। फैसला कुछ ही दिनों में आने की उम्मीद है। इससे पार्टी में नई ऊर्जा का संचार होगा।

संगठनात्मक गतिविधियों को मिलेगी गति

नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद संगठनात्मक गतिविधियों को गति मिलेगी। पार्टी की कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। जिला और ब्लॉक स्तर पर समितियों का गठन हो सकेगा। इससे पार्टी जमीनी स्तर पर मजबूत होगी। पंचायत चुनावों में बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी। सरकार के कामकाज को भी संगठन का समर्थन मिलेगा।

मुख्यमंत्री सुक्खू और नए अध्यक्ष के बीच तालमेल अहम होगा। सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय से पार्टी मजबूत होगी। विपक्षी दलों का मुकाबला करने में आसानी होगी। आगामी चुनावों में बेहतर प्रदर्शन की संभावना बढ़ेगी। इसलिए यह नियुक्ति पार्टी के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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