Ahmedabad News: भारत के खेल इतिहास में एक नया और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। गुजरात के अहमदाबाद शहर को आधिकारिक तौर पर 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिल गई है। स्कॉटलैंड के ग्लासगो में हुई अहम बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया। इस ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को बधाई दी है। पीएम मोदी ने इसे भारत के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक बताया है।
ग्लासगो में लगी नाम पर मुहर
स्कॉटलैंड के ग्लासगो शहर में आयोजित बैठक में भारत ने यह बड़ी जीत हासिल की। मेजबानी की दौड़ में भारत का मुकाबला नाइजीरिया के अबुजा शहर से था। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट ने भारत के पक्ष में फैसला सुनाया। वहीं, अफ्रीकी देश को अब 2034 के एडिशन के लिए विचार में रखा जाएगा। यह फैसला भारत के मजबूत खेल ढांचे और वैश्विक स्तर पर बढ़ती साख को दर्शाता है।
पीएम मोदी का संदेश: वसुधैव कुटुम्बकम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने इसे भारत के स्पोर्ट्स इकोसिस्टम की जीत बताया। पीएम मोदी ने कहा कि भारतवासी ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना के साथ दुनिया का स्वागत करेंगे। उन्होंने लिखा कि 2030 के शताब्दी कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिलना गर्व की बात है। यह हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता और खेल भावना की शक्ति है।
अमित शाह ने बताया विजन का परिणाम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि को पीएम मोदी के विजन का सबूत बताया। उन्होंने कहा कि भारत अब एक ग्लोबल स्पोर्ट्स हॉटस्पॉट बन रहा है। शाह ने लिखा कि यह एक दशक की मेहनत और वर्ल्ड-क्लास स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का नतीजा है। असरदार गवर्नेंस ने देश की क्षमता को बढ़ाया है।
20 साल बाद भारत में वापसी
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने भी इस खबर पर जश्न मनाया। खंडेलवाल ने इसे ऐतिहासिक पल बताते हुए कहा कि 20 साल बाद कॉमनवेल्थ गेम्स भारत वापस आ रहा है। यह हमारी खेल यात्रा के नए अध्याय की शुरुआत है। पूरा देश इस फैसले से उत्साहित है।
