शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

कोल्ड्रिफ सिरप: मध्य प्रदेश में कफ सिरप से 11 बच्चों की मौत, पुलिस ने डॉक्टर को किया गिरफ्तार

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Bhopal News: मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से ग्यारह बच्चों की मौत हो गई है। इस दुखद घटना के बाद राज्य सरकार ने तत्काल कार्रवाई की है। श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स कंपनी के सभी उत्पादों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बच्चों को सिरप लिखने वाले डॉक्टर प्रवीन सोनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

मध्य प्रदेश पुलिस ने डॉक्टर प्रवीन सोनी को छिंदवाड़ा के परासिया इलाके से गिरफ्तार किया। डॉक्टर सोनी एक जाने-माने बाल रोग विशेषज्ञ हैं। वह एक सरकारी डॉक्टर होने के साथ-साथ अपना निजी क्लीनिक भी चलाते हैं। उन्होंने अपने क्लीनिक में आने वाले बच्चों को ही यह सिरप लेने की सलाह दी थी।

सिरप में जहरीला तत्व पाया गया

प्रयोगशाला जांच में सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीला तत्व मात्रा से अधिक पाया गया। यह तत्व 48.6 प्रतिशत तक था जबकि मानक मात्रा केवल 0.1 प्रतिशत होनी चाहिए। इसी जहरीले तत्व के कारण बच्चों की किडनी फेल हो गई और उनकी मौत हो गई। मध्य प्रदेश सरकार ने श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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पीड़ित परिवारों ने बताया कि उनके बच्चों को सर्दी, जुकाम और बुखार की शिकायत थी। डॉक्टर के पास ले जाने पर उन्होंने दवाई के साथ कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने की सलाह दी। कुछ दिनों बाद बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी। उनमें किडनी इंफेक्शन के लक्षण दिखाई दिए और अंततः उनकी मौत हो गई।

कई राज्यों में लगा प्रतिबंध

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना को भयावह बताया है। उन्होंने कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कोल्ड्रिफ कफ सिरप को मध्य प्रदेश के अलावा दिल्ली, केरल, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह सिरप बनाने वाली कंपनी तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है।

मध्य प्रदेश सरकार ने सिरप की जांच के लिए नमूने चेन्नई स्थित ड्रग टेस्टिंग प्रयोगशाला भेजे थे। वहां जांच में यह सिरप मानक गुणवत्ता के विपरीत पाया गया। नागपुर में भी कई बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। कुछ बच्चे वेंटिलेटर पर हैं और उनके बचने की उम्मीद कम है।

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डॉक्टर पर होगी कानूनी कार्रवाई

डॉक्टर प्रवीन सोनी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि उन्होंने बच्चों को यह सिरप क्यों लिखा। डॉक्टर सोनी परासिया इलाके के एक प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ माने जाते थे। लोग उन पर भरोसा करते थे और अपने बच्चों का इलाज करवाने लाते थे।

इस पूरे मामले ने स्वास्थ्य विभाग की निगरानी प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग जानना चाहते हैं कि इतना खतरनाक सिरप बाजार में बेचने के लिए कैसे आया। अधिकारी कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान कर रहे हैं। सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का भी वादा किया है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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