HARYANA NEWS: प्रवर्तन निदेशालय ने कोडीन सिरप तस्करी के एक बड़े मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पानीपत के नीरज भाटिया की एक करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति कुर्क कर ली है। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत की गई है। जांच में सामने आया है कि भाटिया की कंपनी ने करोड़ों रुपये की अवैध दवा सप्लाई की थी। इस मामले ने दिल्ली, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर तक फैले एक बड़े तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।
ईडी की जांच के मुताबिक नीरज भाटिया एम/एस विदित हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े हैं। यह कंपनी सिरमौर, हिमाचल प्रदेश में पंजीकृत है। जांच में पता चला है कि 2018 से 2024 के बीच कंपनी ने बड़ी मात्रा में सीबीसीएस दवा दिल्ली निवासी निकेत कंसल द्वारा संचालित संस्थानों को भेजी थी। इस अवैध सप्लाई में 16.74 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है।
इस सौदे से 2.92 करोड़ रुपये का गैरकानूनी मुनाफा कमाया गया। ईडी की इस कार्रवाई के बाद पूरे फार्मा सर्किल में हड़कंप मच गया है। नीरज भाटिया सिरमौर ड्रग मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन का अध्यक्ष भी है। इस वजह से इस मामले को और भी संवेदनशील माना जा रहा है।
जांच की कड़ी जम्मू-कश्मीर तक पहुंची है। श्रीनगर निवासी रईस अहमद भट के कब्जे से जनवरी 2024 में भारी मात्रा में कोडीन सिरप बरामद हुआ था। इस गिरोह के अब तक सात सदस्य गिरफ्तार किए जा चुके हैं। करीब 34 किलो कोडीन सिरप भी जब्त किया जा चुका है।
फरवरी में हुई थी छापेमारी
जांच केदौरान ईडी ने फरवरी 2025 में नीरज भाटिया और निकेत कंसल के पानीपत और बद्दी स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान 32 लाख रुपये नकद और 1.61 करोड़ रुपये के गहने बरामद हुए थे। हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड की पानीपत स्थित जमीन को अचल संपत्ति के रूप में अस्थायी तौर पर अधिस्थगित कर दिया गया था।
भाजपा नेता के घर हुई थी कार्रवाई
इसीमामले की जांच में ईडी ने नौ महीने पहले पानीपत के वरिष्ठ भाजपा नेता नीतिसैन भाटिया के घर भी कार्रवाई की थी। टीम ने उनके माडल टाउन स्थित घर पर 17 घंटे तक छानबीन की थी। वहां से छह लाख रुपये नकद, विदेशी शराब और ज्वेलरी के 50-60 खाली बाक्स बरामद हुए थे।
खाली बाक्स मिलने पर भाजपा नेता कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए थे। ईडी ने उनके घर से डिफेंडर समेत पांच लग्जरी गाड़ियां भी पाई थीं। घर से तीन बड़े बाक्स और एक थैला सामान से भरा लेकर जाने के बावजूद ईडी ने सामग्री का औपचारिक खुलासा नहीं किया था।
ऐसा माना जा रहा है कि कोडीन सिरप तस्करी के इस रैकेट की जड़ें कई राज्यों में फैली हैं। वित्तीय लेन-देन की जांच अभी और आगे बढ़ सकती है। एजेंसी का कहना है कि मामले में और भी संपत्तियां जांच दायरे में हैं। आगे और जब्ती की कार्रवाई संभव है।
