शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

सीएम सुक्खू: बच्चों के ‘राधे-राधे’ से असहज, भाजपा ने उठाए सवाल

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक वीडियो में बच्चों द्वारा ‘राधे-राधे’ कहे जाने पर असहज नजर आए। भाजपा ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा कर सीएम सुक्खू और कांग्रेस पर सनातन धर्म से नफरत का आरोप लगाया। इस घटना ने राज्य की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।

भाजपा की हिमाचल प्रदेश इकाई ने अपने एक्स अकाउंट पर इस घटना का वीडियो जारी किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि जब बच्चों ने सीएम सुक्खू के पैर छूकर ‘राधे-राधे’ कहा, तो वह असहज नजर आए. उन्होंने बच्चों से कहा, “राधे-राधे या नमस्कार,” और जब बच्चों ने फिर से ‘राधे-राधे’ कहा, तो सुक्खू ने पूछा, “राधे-राधे क्यों बोल रहे हो?”.

भाजपा प्रवक्ता प्रत्यूष कंठ ने भी अपने एक्स अकाउंट से यह वीडियो साझा किया। कंठ ने लिखा, “ये है कॉन्ग्रेस हिमाचल सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, इन्हें बच्चों द्वारा राधे बोलना रास नहीं आया और कहने लगे नमस्ते करिए”. उन्होंने आगे कहा कि इसीलिए आज कांग्रेस की दुर्दशा है, हालांकि जनता स्वयं समझदार है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

सीएम सुक्खू का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. लोग लगातार इस मामले को लेकर सुक्खू पर सवाल उठा रहे हैं. भाजपा ने आधिकारिक बयान में पूछा है कि आखिर कांग्रेस और उसके नेताओं को सनातन धर्म से इतनी नफरत क्यों है. यह घटना उस समय की है जब सीएम सुक्खू किसी कार्यक्रम में बच्चों से मिल रहे थे।

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मंत्री जगत सिंह नेगी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो पहले भी वायरल हुआ था। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक पाया गया कि वह वीडियो किसी भाजपा नेता के खिलाफ था. पड़ताल में सामने आया कि वह वीडियो वास्तव में कांग्रेस नेता जगत सिंह नेगी के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन का था.

राजनीतिक विवादों में घिरे रहे हैं कांग्रेस नेता

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ऐसे विवाद पहले भी सामने आ चुके हैं। जुलाई 2025 में मंडी जिले के सेराज विधानसभा क्षेत्र में मंत्री जगत सिंह नेगी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. प्रदर्शनकारियों ने न केवल काले झंडे दिखाए, बल्कि उनकी गाड़ी पर जूते भी फेंके थे. इस घटना के बाद मंडी पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं समेत 50 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.

विरोध प्रदर्शन की यह घटना थुनाग में कॉलेज शिफ्ट करने के फैसले के विरोध में हुई थी. कांग्रेस ने इस घटना के लिए भाजपा पर आरोप लगाए थे. अब सीएम सुक्खू के ‘राधे-राधे’ वाले वीडियो ने एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ने के आसार दिख रहे हैं।

सोशल मीडिया पर जारी है बहस

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है. लोग अपने-अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। कई यूजर्स सीएम सुक्खू के रवैये पर सवाल उठा रहे हैं. वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि भाजपा ने इस मामले को अनावश्यक रूप से बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है। पूरा मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

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हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्माया हुआ है। विधानसभा सत्र के दौरान भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनाव देखने को मिला था। अब सीएम सुक्खू के ‘राधे-राधे’ वाले इस वीडियो ने राजनीतिक बहस को नया मोड़ दे दिया है। भाजपा लगातार सरकार पर हमलावर है, जबकि कांग्रेस अभी तक इस मामले में आधिकारिक प्रतिक्रिया देती नजर नहीं आई है।

नेताओं की सांस्कृतिक संवेदनशीलता पर सवाल

इस घटना ने राजनेताओं की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनशीलता पर महत्वपूर्ण सवाल खड़े किए हैं। ‘राधे-राधे’ हिंदू धर्म में एक पारंपरिक अभिवादन का तरीका माना जाता है। किसी भी राजनेता द्वारा ऐसे पारंपरिक अभिवादन पर असहजता जताए जाने को राजनीतिक दल गलत नजरिए से देख रहे हैं। भाजपा इसे सनातन धर्म के प्रति अनादर की संज्ञा दे रही है।

राज्य में राजनीतिक दलों के बीच यह टकराव तब देखने को मिल रहा है, जब हिमाचल प्रदेश में शीतकालीन सत्र का आयोजन चल रहा है। विधानसभा में पहले ही पक्ष और विपक्ष के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। पंचायत चुनाव को लेकर दोनों दलों के बीच मतभेद सार्वजनिक हो चुके हैं। इस नए विवाद ने राज्य की राजनीति में और अधिक गर्मी ला दी है।

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