Tech News: 18 नवंबर 2025 को क्लाउडफ्लेयर में हुई आउटेज ने दुनिया भर की ऑनलाइन सर्विसेज को प्रभावित किया। चैटजीपीटी और एक्स जैसी पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स कई घंटों तक डाउन रहीं। यूजर्स को एरर मैसेज और सर्विस अनएवेलेबल की समस्या का सामना करना पड़ा।
क्लाउडफ्लेयर ने बाद में समस्या को रिजॉल्व करने की पुष्टि की। दोनों प्लेटफॉर्म्स अब सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। हालांकि कुछ इलाकों में मामूली देरी की समस्या अभी भी बनी हुई है। सिस्टम्स के पूरी तरह सिंक्रोनाइज होने में कुछ समय लग सकता है।
क्लाउडफ्लेयर की इंटरनेट में भूमिका
क्लाउडफ्लेयर इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर और सिक्योरिटी प्रोवाइडर है। यह कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क और डोमेन नेम सिस्टम सर्विसेज मैनेज करता है। लाखों वेबसाइट्स और एप्लिकेशन्स साइबर अटैक्स से बचाने का काम भी यही करता है।
इस आउटेज ने वैश्विक स्तर पर कई वेबसाइट्स और प्लेटफॉर्म्स को प्रभावित किया। ओपनएआई सर्विसेज, एक्स, स्पॉटिफाई और डिस्कॉर्ड जैसी बड़ी सर्विसेज डाउन हो गईं। क्लाउडफ्लेयर की केंद्रीकृत भूमिका के कारण नेटवर्क फेल्योर का व्यापक प्रभाव पड़ा।
सर्विस रिस्टोरेशन की प्रक्रिया
क्लाउडफ्लेयर ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए समस्या का समाधान शुरू किया। आउटेज शुरू होने के 30 मिनट के अंदर ही आंशिक सर्विस रिस्टोरेशन शुरू हो गया। 18 नवंबर की दोपहर तक ज्यादातर सर्विसेज恢复正常 हो गईं। मैनेजमेंट डैशबोर्ड और एपीआई भी फिक्स हो गए।
कंपनी ने अपनी स्टेटस पेज पर अपडेट दिया कि फिक्स इम्प्लीमेंट कर दिया गया है। उनका मानना है कि इंसिडेंट अब रिजॉल्व हो चुका है। एरर्स की मॉनिटरिंग जारी है ताकि सभी सर्विसेज सामान्य स्थिति में लौट आएं।
यूजर्स को किन समस्याओं का सामना करना पड़ा
चैटजीपीटी यूजर्स को “Please unblock challenges.cloudflare.com to proceed” जैसे एरर मैसेज मिले। एक्स यूजर्स को “Internal Server Error” मैसेज और फीड लोड न होने की समस्या आई। कई यूजर्स सोशल मीडिया पर अपनी समस्याएं शेयर करते रहे।
डाउनडिटेक्टर और अन्य आउटेज ट्रैकर्स ने सेवा में व्यवधान की पुष्टि की। 18 नवंबर की मध्याह्न तक सेवा की वापसी की रिपोर्ट्स आनी शुरू हो गईं। अधिकांश यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म्स अब ऑनलाइन और फंक्शनल हैं।
इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव
यह घटना इंटरनेट इन्फ्रास्ट्रक्चर में केंद्रीकरण के जोखिमों को उजागर करती है। एकल बड़े मध्यस्थों पर निर्भरता व्यापक व्यवधान पैदा कर सकती है। क्लाउडफ्लेयर जैसी कंपनियों के बिना आधुनिक इंटरनेट की कल्पना मुश्किल है।
इस घटना ने डिजिटल इकोसिस्टम की नाजुकता को दिखाया है। कंपनियों को अब रिडंडेंसी और बैकअप सिस्टम्स पर और ध्यान देना होगा। यूजर्स को भी वैकल्पिक प्लेटफॉर्म्स के बारे में सोचना पड़ सकता है।
