Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश के कारण बादल फटने से जेल रोड सहित कई इलाकों में बाढ़ आ गई। इस आपदा में 50 से अधिक गाड़ियां मलबे में दब गईं और तीन लोगों की मौत हो गई। एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी राजमार्ग भूस्खलन के कारण बंद हैं।
जेल रोड पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मंडी के जेल रोड पर फ्लैश फ्लड के बाद एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में लगी हैं। एक महिला का शव मलबे में फंसी गाड़ियों से निकाला गया। एक व्यक्ति अभी भी मलबे में फंसा है, जिसे निकालने के लिए ऑटो और गाड़ी को काटा जा रहा है। एसपी साक्षी वर्मा ने दो मौतों की पुष्टि की, एक बच्चा और महिला लापता हैं।
भूस्खलन से राजमार्ग बंद
भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बंद हैं। 4 मील, 9 मील, दवाड़ा और झलोगी में भूस्खलन से सड़कों पर मलबा जमा हो गया। मंडी के विक्टोरिया पुल के पास भी भूस्खलन हुआ, जिससे खतरा बढ़ गया। मलबा हटाने और राहत कार्यों में बारिश के कारण मुश्किलें आ रही हैं।
धर्मपुर में भी फ्लैश फ्लड
मंडी के धर्मपुर में भी फ्लैश फ्लड ने तबाही मचाई। पीडब्ल्यूडी दफ्तर के पास नाले में बाढ़ आने से रात में ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी फंस गए। स्थानीय लोगों ने उन्हें बचाया। पूर्व विधायक महेंद्र सिंह ठाकुर ने भूस्खलन और नुकसान को दुखद बताया। मंडी में बादल फटने से कई घरों में मलबा और पानी घुस गया।
प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रिया
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने ट्वीट कर शोक जताया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने राहत कार्यों की निगरानी की बात कही। नगर निगम आयुक्त रोहित राठौर ने बताया कि ऊपरी क्षेत्रों से आया मलबा निचले इलाकों में जमा हुआ, जो बादल फटने का परिणाम हो सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी
शिमला मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों में हिमाचल के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सोलन में तेज बारिश की संभावना है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की अपील की है।
