Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने की घटना ने भारी नुकसान पहुंचाया है। निरमंड खंड की कुशवा पंचायत के नोनू गांव में रात करीब 3 बजे हुई इस प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को प्रभावित किया। भूस्खलन के कारण तीन घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। प्रभावित परिवारों में चरणदास, सुरजीत और राजीव कुमार शामिल हैं। राहत की बात है कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किए।
भूस्खलन से कृषि को भारी नुकसान
बादल फटने के कारण हुए भूस्खलन ने नोनू गांव में कृषि क्षेत्र को भी प्रभावित किया। राजीव कुमार के सेब के बगीचे में 3,540 फलदार पेड़ नष्ट हो गए। सेब की फसल स्थानीय किसानों की आजीविका का प्रमुख स्रोत है। इस नुकसान ने किसानों को आर्थिक संकट में डाल दिया। प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने में जुटा है।
प्रशासन का त्वरित राहत कार्य
नोनू गांव में बादल फटने की सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हो गया। एसडीएम निरमंड मनमोहन ने बताया कि राजस्व विभाग की एक टीम तुरंत मौके पर भेजी गई। यह टीम नुकसान का आकलन कर रही है और प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने में जुटी है। पुनर्वास कार्य भी शुरू किए गए हैं। प्रशासन ने प्रभावितों को तत्काल सहायता देने का आश्वासन दिया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
भारी बारिश ने बिगाड़ी स्थिति
राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया। मौसम विभाग के अलर्ट के कारण मनाली उपमंडल के सभी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। बारिश के कारण सड़कों, बिजली और जल आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 171 सड़कें बंद हैं। यातायात व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित हुई है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।
बिजली और जल आपूर्ति पर असर
भारी बारिश ने हिमाचल में बुनियादी सुविधाओं को भी प्रभावित किया। सोमवार सुबह 10 बजे तक एक नेशनल हाईवे सहित 310 सड़कें बंद हो गईं। इसके अलावा, 113 बिजली ट्रांसफार्मर और 236 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हैं। चंबा और कांगड़ा जिले में क्रमशः 88 और 60 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। इन समस्याओं ने लोगों के लिए बिजली और पानी की किल्लत पैदा कर दी है। प्रशासन इन सेवाओं को जल्द बहाल करने में जुटा है।
राहत कार्यों में तेजी
हिमाचल सरकार और प्रशासन इस संकट से निपटने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। बादल फटने की इस घटना ने स्थानीय लोगों के सामने कई चुनौतियां खड़ी की हैं। प्रशासन ने स्थिति को सामान्य करने के लिए सभी जरूरी संसाधन जुटाए हैं। प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने और बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।
