Kinnaur News: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। किन्नौर के तांगलिंग में बादल फटने से किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग क्षतिग्रस्त हुआ। सैकड़ों यात्री फंस गए। आईटीबीपी और एनडीआरएफ ने 413 लोगों को सुरक्षित निकाला। यात्रा अगले आदेश तक स्थगित है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया।
किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान
किन्नौर के तांगलिंग में बादल फटने से किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग का बड़ा हिस्सा बह गया। भारी बारिश ने रास्ते अवरुद्ध किए। रिब्बा नाला में बाढ़ ने 15 मीटर नेशनल हाईवे ध्वस्त कर दिया। सांगला घाटी के चार नालों में बाढ़ आई। दो पैदल पुल बह गए।
आईटीबीपी और एनडीआरएफ का बचाव कार्य
आईटीबीपी की 17वीं वाहिनी ने रस्सी आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक से 413 यात्रियों को बचाया। सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। एनडीआरएफ की एक टीम भी बचाव कार्य में शामिल है। जिला प्रशासन के साथ समन्वय कर राहत कार्य जारी है। टीमें बुधवार सुबह फिर रवाना हुईं।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हिमाचल के कई क्षेत्रों के लिए येलो अलर्ट जारी किया। 11 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। मंगलवार को शिमला में हल्की बारिश हुई। सुंदरनगर, भुंतर, धर्मशाला, नाहन, कांगड़ा और मंडी में भी बारिश दर्ज की गई। लोगों से सतर्क रहने को कहा गया।
यात्रा मार्ग पर संकट
किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर भारी बारिश ने कहर बरपाया। कई जगह रास्ते पूरी तरह बंद हैं। प्रशासन ने यात्रा को अगले आदेश तक रोक दिया। फंसे यात्रियों को निकालने के लिए टीमें लगातार काम कर रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं।
बाढ़ से बुनियादी ढांचे को नुकसान
रिब्बा नाला में बाढ़ ने नेशनल हाईवे को भारी नुकसान पहुंचाया। सांगला घाटी में चार नाले उफान पर हैं। दो पैदल पुल पूरी तरह नष्ट हो गए। सड़कें और रास्ते अवरुद्ध होने से यातायात प्रभावित है। प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था शुरू की।
राहत कार्य में तेजी
आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात राहत कार्य में जुटी हैं। एक गजेटेड ऑफिसर, चार सब-ऑर्डिनेट ऑफिसर और 29 अन्य जवान कार्यरत हैं। जिला प्रशासन के साथ मिलकर फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही है।
मौसम की चेतावनी और सतर्कता
मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। हिमाचल के कई हिस्सों में 11 अगस्त तक बारिश हो सकती है। येलो अलर्ट के तहत लोगों से नदियों और नालों से दूर रहने को कहा गया। प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति के लिए हेल्पलाइन जारी की है।
प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति
किन्नौर के तांगलिंग और सांगला घाटी में स्थिति गंभीर है। बाढ़ और भूस्खलन ने कई गांवों को प्रभावित किया। सड़कों के बंद होने से आपूर्ति बाधित हुई। प्रशासन ने प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बनाए। राहत सामग्री वितरण का कार्य शुरू हो गया है।
बचाव कार्य में चुनौतियां
बचाव टीमें कठिन परिस्थितियों में काम कर रही हैं। बारिश और भूस्खलन ने रास्तों को और खतरनाक बना दिया। रस्सी आधारित तकनीक से यात्रियों को निकाला जा रहा है। खराब मौसम के बावजूद टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं। प्रशासन ने अतिरिक्त संसाधन जुटाए।
भविष्य के लिए तैयारियां
प्रशासन ने भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने की योजना बनानी शुरू की। मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लिया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की मरम्मत शुरू हो गई है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए।
