Uttarakhand News: उत्तराखंड में बादल फटना की घटना ने भारी तबाही मचाई है। उत्तरकाशी के धराली में खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ ने क्षेत्र को तहस-नहस कर दिया। कई लोगों के लिए यह आपदा जानलेवा साबित हुई। सरकार ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने बादल फटने की खबरों को खारिज किया है। प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है।
धराली में बाढ़ से भारी नुकसान
उत्तरकाशी के धराली में खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई। घर, सड़कें और संपत्तियां बह गईं। बादल फटना जैसी स्थिति ने इलाके को प्रभावित किया। स्थानीय लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किए। बचाव दल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों की मदद कर रहे हैं। आपदा की गंभी Robin: बादल फटना की खबरों को खारिज करते हुए, देहरादून मौसम विभाग ने कहा कि यह आपदा बादल फटने की घटना नहीं थी।
मौसम विभाग ने दी सफाई
देहरादून मौसम विभाग के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया कि उत्तरकाशी में बादल फटना की कोई घटना नहीं हुई। मंगलवार को क्षेत्र में केवल 30 से 40 मिमी बारिश दर्ज की गई। बादल फटने की स्थिति में एक घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश होती है। मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट दिल्ली भेजी है। उन्होंने हल्की और मध्यम बारिश की पुष्टि की। इस आपदा की वजह कुछ और हो सकती है।
बाढ़ की संभावित वजह
मौसम विभाग का मानना है कि उत्तरकाशी में बादल फटना की बजाय अन्य कारणों से बाढ़ आई। ऊपरी इलाकों में झील बनने की आशंका है। इस झील के टूटने से बाढ़ आ सकती है। दूसरी संभावना ग्लेशियर के तेजी से पिघलने की है। ग्लेशियर का पानी अचानक नीचे आने से धराली में तबाही मची। मौसम विभाग ने इसकी जांच के लिए रिपोर्ट भेजी है।
प्रशासन का राहत कार्य
उत्तराखंड सरकार ने आपदा से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू की। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दल तैनात किए गए हैं। बादल फटना जैसी स्थिति ने धराली में भारी नुकसान पहुंचाया। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में यातायात और बुनियादी सुविधाएं बहाल करने का काम जारी है। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट
मौसम विभाग ने अपनी जांच में पुष्टि की कि उत्तरकाशी में बारिश सामान्य थी। बादल फटना की घटना नहीं हुई। विभाग ने दिल्ली को भेजी रिपोर्ट में संभावना जताई कि ऊपरी इलाकों में झील टूटने या ग्लेशियर पिघलने से बाढ़ आई। प्रशासन ने प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए संसाधन जुटाए। आपदा प्रबंधन टीमें क्षेत्र में सक्रिय हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
उत्तरकाशी में स्थिति गंभीर
उत्तरकाशी के धराली में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। खीर गंगा नदी में अचानक पानी बढ़ने से कई घर और सड़कें बह गईं। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर आपदा की वजह का पता लगाया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दल लगातार काम कर रहे हैं।
