World News: चीन ने अपने अंतरिक्ष स्टेशन से शेनझोउ-21 अंतरिक्ष यान द्वारा विज्ञान प्रयोगों के नमूनों का नौवां बैच पृथ्वी पर वापस लाया है। इस बैच में लाइफ साइंस के परीक्षणों में इस्तेमाल किए गए चार चूहे भी शामिल हैं। चीनी विज्ञान अकादमी के अनुसार वापस लाए गए नमूनों का कुल वजन लगभग 46.67 किलोग्राम है। इनमें 26 प्रायोगिक परियोजनाओं से संबंधित सैंपल शामिल हैं।
विभिन्न प्रयोगों के नमूने
वापस लाए गए नमूनों में जीवन विज्ञान के नौ प्रकार के सैंपल शामिल हैं। इसके अलावा पदार्थ विज्ञान के 32 तरह के नमूने और दहन प्रयोग के तीन प्रकार के सैंपल भी हैं। धरती पर उतरने के तुरंत बाद चूहों को वैज्ञानिकों ने संभाल लिया। चीनी विज्ञान अकादमी के मुताबिक अब वैज्ञानिक इन चूहों पर गहन शोध करेंगे। यह शोध अंतरिक्ष में जीवों पर पड़ने वाले प्रभाव को समझने में मदद करेगा।
चूहों पर होने वाली जांच
वैज्ञानिक चूहों के व्यवहार और शारीरिक संकेतों की जांच करेंगे। उनके मुख्य शारीरिक और जैव-रासायनिक संकेतों का विश्लेषण किया जाएगा। इन जांचों से वैज्ञानिक यह पता लगाएंगे कि अंतरिक्ष के वातावरण में चूहों ने तनाव का सामना कैसे किया। साथ ही यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि उन्होंने वहां के माहौल के अनुसार अपने शरीर में क्या बदलाव किए। यह अध्ययन अंतरिक्ष के असर को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा।
अन्य जीवन विज्ञान नमूने
चूहों के अलावा अंतरिक्ष से और भी कई जीवन विज्ञान के नमूने वापस लाए गए हैं। इनमें जेब्राफिश, हॉर्नवॉर्ट पौधा और स्ट्रेप्टोमाइसेस जीवाणु शामिल हैं। इसके अलावा प्लैनारियन और ब्रेन ऑर्गेनोइड्स भी वापस लाए गए हैं। ये सभी सैंपल बीजिंग में चीनी विज्ञान अकादमी के केंद्र में पहुंचाए गए हैं। वैज्ञानिक सबसे पहले इन नमूनों की स्थिति की जांच और पुष्टि करेंगे।
आगे की शोध योजना
चूहों के अलावा जो जीवन विज्ञान कोशिका नमूने वापस आए हैं, वैज्ञानिक उनपर ट्रांसक्रिप्टोमिक अनुक्रमण की जांच करेंगे। साथ ही प्रोटिओमिक्स विश्लेषण की जैविक जांच भी की जाएगी। इससे शून्य गुरुत्वाकर्षण का शरीर पर पड़ने वाले असर की जांच की जाएगी। इस शोध से इलाज के लक्ष्यों की जानकारी मिलेगी। अंतरिक्ष से जुड़े रोगों को रोकने और उनका इलाज करने के लिए नए विचार प्राप्त होंगे।
भविष्य के लिए महत्व
इस शोध से मिलने वाले नतीजे भविष्य के अंतरिक्ष मिशन में बहुत उपयोगी साबित होंगे। इनमें बेहतर सोलर सेल के लिए सुरक्षा सामग्री बनाना शामिल है। विकिरण-प्रतिरोधी ऑप्टिकल फाइबर तैयार करना भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। चंद्रमा पर बेस बनाने के लिए निर्माण सामग्री तैयार करने के तरीकों को जानना भी इस शोध का हिस्सा है। यह शोध उपग्रह संचार और अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए तकनीकी सहयोग भी प्रदान करेगा।
वैज्ञानिक प्रक्रिया और समयसीमा
सभी नमूनों की प्रारंभिक जांच पूरी हो चुकी है। वैज्ञानिक अब विस्तृत विश्लेषण कर रहे हैं। चूहों के व्यवहार और शारीरिक बदलावों का अध्ययन किया जा रहा है। अन्य जैविक नमूनों की जांच भी प्रगति पर है। इस पूरी शोध प्रक्रिया में कई महीने लग सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस शोध से अंतरिक्ष में मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी।
