Beijing News: चीन ने सोमवार को ताइवान के पास खतरनाक सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। यह खबर World News में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बन गई है। चीन ने यह कदम अमेरिका द्वारा ताइवान को हथियार बेचने के बाद उठाया है। इसे ताइवान के अलगाववादी बलों के खिलाफ एक बड़ी सजा माना जा रहा है।
लड़ाकू विमान और ड्रोन से घेराबंदी
चीन की पूर्वी थिएटर कमान ने इस अभ्यास की कमान संभाली है। उन्होंने ताइवान जलडमरूमध्य में अपने लड़ाकू विमान और बमवर्षक भेजे हैं। इसके अलावा लंबी दूरी की तोपों से गोले दागे जा रहे हैं। World News पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के मुताबिक, इसमें कई उन्नत नौसैनिक जहाज भी शामिल हैं। यह अभ्यास ताइवान और जापान के साथ बढ़ते तनाव के बीच हो रहा है।
अमेरिका की हरकत से भड़का ड्रैगन
अमेरिका ने हाल ही में ताइवान को 11.1 अरब डॉलर के हथियार बेचने का ऐलान किया था। इस रिकॉर्ड डील के कुछ दिन बाद ही चीन ने अपनी सेना उतार दी है। बीजिंग ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। चीन की सेना ने साफ कहा है कि यह अभ्यास उनकी संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी है।
हमले का पूर्वाभ्यास तो नहीं?
चीन लगातार ताइवान के आसपास अपनी ताकत दिखा रहा है। साल 2022 में नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद से यह छठा बड़ा अभ्यास है। इसे ताइवान पर कब्जे के पूर्वाभ्यास के तौर पर देखा जा रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि यह आजादी मांगने वालों के लिए चेतावनी है।
चीन ने दी सीधी चेतावनी
प्रवक्ता लिन जियान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि चीन की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को रोका नहीं जा सकता। जो भी सीमा लांघेगा, उसे कड़ा जवाब मिलेगा। दूसरी ओर, ताइवान ने चीन की इस हरकत की निंदा की है। ताइवान का कहना है कि बीजिंग पड़ोसी देशों को डरा रहा है। यह घटनाक्रम World News की सुर्खियों में बना हुआ है।
