शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

बाल दिवस समारोह: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने की यह अनोखी पहल, जानें बच्चों को क्या होगा फायदा

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Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड इस साल बाल दिवस पर एक विशेष आयोजन करने जा रहा है। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने घोषणा की कि चौदह नवंबर को पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। इस दिन बोर्ड मुख्यालय धर्मशाला में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। साथ ही एक विशेष पुस्तक का विमोचन भी कार्यक्रम का हिस्सा होगा।

डॉ राजेश शर्मा ने मंगलवार को बोर्ड मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में इन योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बोर्ड के इतिहास में पहली बार इस तरह का व्यापक आयोजन किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों को देश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में शिक्षित करना है। यह पहल छात्रों में राष्ट्रीय नेताओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेगी।

राज्यभर के स्कूलों में भाषण और अन्य प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं में विजेता रहने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा बोर्ड के पूर्व अधिकारियों और कर्मचारियों को भी इस कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। यह समारोह शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को Recognize करेगा।

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नेहरू जी पर आधारित पुस्तक का विमोचन

बाल दिवस के अवसर पर पंडित नेहरू पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन किया जाएगा। इस पुस्तक को राज्य के हर स्कूल में पहुंचाया जाएगा। इस पहल का लक्ष्य छात्रों को देश के पहले प्रधानमंत्री के जीवन और विचारों से परिचित कराना है। पुस्तक बच्चों के लिए प्रेरणा का एक महत्वपूर्ण स्रोत साबित होगी।

डॉ शर्मा ने पंडित नेहरू के एक महत्वपूर्ण कथन को साझा किया। उन्होंने कहा कि नेहरू जी का मानना था कि पढ़े-लिखे लोगों के बिना किसी समाज का निर्माण संभव नहीं है। यह विचार शिक्षा के महत्व को रेखांकित करता है। बोर्ड का यह आयोजन इसी शैक्षिक दर्शन को आगे बढ़ाने का काम करेगा।

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक होंगे शामिल

कार्यक्रम में नेशनल अवार्ड से सम्मानित शिक्षकों को भी आमंत्रित किया जाएगा। इन शिक्षकों की उपस्थिति छात्रों के लिए प्रेरणादायक साबित होगी। यह शिक्षक समुदाय के प्रति सम्मान व्यक्त करने का एक अवसर होगा। ऐसे आयोजन शिक्षण profession की गरिमा को बढ़ाने में सहायक होते हैं।

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हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड का यह प्रयास शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल का संकेत देता है। यह कार्यक्रम छात्रों में ऐतिहासिक जागरूकता विकसित करने में मदद करेगा। साथ ही यह शिक्षण संस्थानों और छात्रों के बीच एक मजबूत जुड़ाव स्थापित करेगा। इस तरह के पहल से शैक्षिक पर्यावरण समृद्ध होता है।

बाल दिवस का यह आयोजन राज्य के शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण घटना बनने जा रहा है। यह न केवल छात्रों बल्कि शिक्षकों और पूर्व कर्मचारियों को एक मंच पर लाएगा। इससे शिक्षा समुदाय में नई ऊर्जा का संचार होगा। यह पहल आने वाले वर्षों में एक परंपरा का रूप ले सकती है।

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