Mandi News: जिला बाल संरक्षण इकाई ने सुंदरनगर खंड के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सुपरवाइजरों के लिए एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया। इसका उद्देश्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। अधिकारियों ने कार्यकर्ताओं से आग्रह किया कि वे यह सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र बच्चा इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी एनआर ठाकुर ने प्रशिक्षण शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। उन्होंने मिशन वात्सल्य, मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना और इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ये योजनाएं अनाथ और असहाय बच्चों के लिए शिक्षा और सुरक्षा का आधार प्रदान करती हैं।
ठाकुर ने जोर देकर कहा कि विभाग के कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि लाभार्थियों तक पहुंच बनाई जाए। उन्होंने कहा कि हर पात्र बच्चे का भविष्य सुरक्षित करना उनका लक्ष्य है। इसके लिए सभी योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाना जरूरी है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी पूनम चौहान ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से अधिक से अधिक परिवारों को इनसे जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सामुदायिक सहभागिता से ही योजनाओं की सफलता सुनिश्चित हो सकती है।
संरक्षण अधिकारी शैलजा अवस्थी ने बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में चर्चा की। उन्होंने स्पॉन्सरशिप योजना और आफ्टर केयर योजना की भी जानकारी दी। दत्तक ग्रहण प्रक्रिया से जुड़े नियमों और प्रक्रियाओं पर भी प्रकाश डाला गया।
विधिक एवं प्रोबेशन अधिकारी रमा कुमारी ने कानूनी पहलुओं पर बात की। उन्होंने बाल यौन उत्पीड़न से संबंधित कानूनों की व्याख्या की। पॉक्सो अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम के महत्व पर भी चर्चा हुई।
इस एक दिवसीय प्रशिक्षण में सुंदरनगर खंड की 130 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान भी किया गया। बच्चों से जुड़ी योजनाओं पर तैयार प्रचार सामग्री भी वितरित की गई।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम खंड विकास अधिकारी कार्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की क्षमता का निर्माण करना था। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे और भी प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे।
