London News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से बुधवार शाम लंदन में भारतीय ओवरसीज कांग्रेस (आइओसी) यूके की टीम ने शिष्टाचार भेंट की। इस मुलाकात में आइओसी यूके के अध्यक्ष कमल धालीवाल और उपाध्यक्ष गुरमिंद्र रंधावा शामिल थे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य सरकार की विकास योजनाओं और प्राथमिकताओं पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में लगातार काम कर रही है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में हुई उल्लेखनीय प्रगति की ओर ध्यान दिलाया। उनके अनुसार, राज्य शिक्षा के मामले में पहले देश में 21वें स्थान पर था, लेकिन अब पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। यह सुधार सरकार के निरंतर प्रयासों का नतीजा है।
जलवायु परिवर्तन से निपटने की तैयारी
मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव से अछूता नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में आपदाओं की संख्या बढ़ी है, जिससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। सरकार ने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद प्रभावित परिवारों की मदद की है। इसके साथ ही जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए विशेष योजनाएं लागू की गई हैं।
आइओसी यूके के अध्यक्ष कमल धालीवाल ने मुख्यमंत्री सुक्खू की दूरदर्शी सोच और टिकाऊ विकास के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार के ये प्रयास अन्य राज्यों के लिए प्रेरणादायक हैं। धालीवाल के मुताबिक, दूसरे राज्य हिमाचल के मॉडल से सीखकर अपनी योजनाओं को और बेहतर बना सकते हैं।
मौजूद रहे ये लोग
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री की पत्नी एवं विधायक कमलेश ठाकुर भी उपस्थित रहीं। आइओसी यूके की ओर से महासचिव विक्रम दुहान ने भी हिस्सा लिया। इसके अलावा संदीप सोनी, मुहम्मद खलीलउल्लाह, यश सोलंकी, रूपेन्द्र गिल और पम्मी चीमा जैसे पदाधिकारी भी इस भेंटवार्ता में शामिल हुए। सभी ने राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए।
यह बैठक हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा वैश्विक स्तर पर विकास के अनुभवों को साझा करने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुई। मुख्यमंत्री ने प्रवासी भारतीयों के साथ संवाद बनाए रखने और उनके सुझावों को गंभीरता से लेने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। इससे राज्य की नीतियों को और अधिक मजबूती मिलने की उम्मीद है।
हिमाचल प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी नई रणनीतियों पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने इस दिशा में हो रहे प्रयासों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विश्व पटल पर प्रस्तुत करना एक प्रमुख लक्ष्य है। इसके लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार का प्रयास है कि हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें। ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों का जाल बिछाया जा रहा है। इससे लोगों को बेहतर इलाज मिलने में मदद मिलेगी।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी वैश्विक स्तर पर पहुंचाना था। मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के विकास में प्रवासी भारतीयों का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने आइओसी यूके के सदस्यों से राज्य में निवेश और सहयोग बढ़ाने का आग्रह भी किया। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होने की संभावना है।
