Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें नैतिकता की बात नहीं करनी चाहिए। शुक्रवार को रिज मैदान शिमला में आयोजित कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सोलन और चंबा में जो स्थिति है, वह सबके सामने है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब कहने को कुछ नहीं बचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नैतिकता की बात उन्हें करनी चाहिए जिनमें नैतिकता बची हो। उन्होंने भाजपा के उस आरोप को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि नेरचौक से मेडिकल कॉलेज के 41 प्रोफेसर हटा दिए गए हैं। सुक्खू ने स्पष्ट किया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।
मेडिकल कॉलेजों के कैडर को लेकर स्पष्टीकरण
मुख्यमंत्री ने बताया कि हर एक मेडिकल कॉलेज का अलग कैडर बन रहा है। आईजीएमसी का भी अलग कैडर बन रहा है। नेरचौक के 28 डॉक्टरों को मंडी की उन डिस्पेंसरियों में तैनात किया गया है जहां पहले डॉक्टर नहीं थे। मेडिकल कॉलेज में और अधिक स्टाफ दिया जाएगा।
इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि भाजपा ने संस्थान तो खोल दिए लेकिन एमआरआई जैसी मशीनें ठेके पर दे दी। अब ऐसा नहीं होगा।
पूर्व सरकार के कर्ज पर जोरदार हमला
मुख्यमंत्री ने पूर्व भाजपा सरकार पर करीब 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज छोड़कर जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इसी कर्ज को चुकाने के लिए वर्तमान सरकार को अब और कर्ज लेना पड़ रहा है। सुक्खू ने दावा किया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश अब आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पहले भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों से धन लुटा दिया जाता था। अब सरकार उस धन को बचाने का प्रयास कर रही है।
बाल कल्याण योजनाओं पर विस्तार से बताया
मुख्यमंत्री ने बताया कि सीएम बनने के बाद वह सबसे पहले सचिवालय की बजाय बालिका आश्रम गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की संपदा पर इन बच्चों का भी अधिकार है। पहले सिर्फ इन बच्चों की देखभाल की जाती थी। अठारह साल बाद क्या करना है, इसकी कोई योजना नहीं थी।
हिमाचल देश का पहला ऐसा राज्य बना है जहां इन बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना बनी है। अब इन बच्चों का पैदा होने से लेकर 27 साल तक सरकार ख्याल रखेगी। इन्हें चिल्ड्रन ऑफ स्टेट का दर्जा दिया गया है।
बिहार चुनाव पर सुरक्षित टिप्पणी
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस वहां अलाइंस पार्टनर के तौर पर चुनाव लड़ रही थी। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणामों के विश्लेषण के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा। इस तरह उन्होंने बिहार चुनाव पर सीधी टिप्पणी करने से परहेज किया।
मुख्यमंत्री ने भाजपा पर सरकार के तीन साल के कार्यक्रम को लेकर सवाल उठाने का अधिकार नहीं होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह सरकारी कार्यक्रम है जिसमें सरकार अपने काम को जनता के बीच रखेगी।
