Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन शाह का अवैध धर्मांतरण रैकेट उजागर हुआ। यूपी एटीएस ने छांगुर और उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया। छांगुर पर गरीबों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। उसकी आलीशान कोठी पर बुलडोजर चला। पीड़ितों ने बताया कि वह डर का माहौल बनाकर लोगों को डराता था। जांच में विदेशी फंडिंग का भी खुलासा हुआ।
दोस्ती टूटी, खुला काला चिट्ठा
छांगुर बाबा का करीबी वसीउद्दीन खान उर्फ बब्बू चौधरी उसके खिलाफ हो गया। बब्बू ने छांगुर के अवैध कामों के दस्तावेज पीएमओ को भेजे। इसके बाद एटीएस और एसटीएफ सक्रिय हुईं। बब्बू ने बताया कि छांगुर ने उसकी जमीन कब्जाने की कोशिश की और घर पर ताला लगवाया। उसने छांगुर के धर्मांतरण और संपत्ति हड़पने के खेल को बेनकाब किया। इस खुलासे ने प्रशासन को कार्रवाई के लिए मजबूर किया।
प्रशासन में थी गहरी पैठ
छांगुर बाबा ने अधिकारियों को “नग” देकर प्रभाव बनाया था। उसकी प्रशासन में गहरी पकड़ थी। स्थानीय स्तर पर शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। बब्बू की शिकायत पीएमओ तक पहुंची, तब जाकर एटीएस ने जांच शुरू की। छांगुर ने हाई कोर्ट में राहत की गुहार लगाई, लेकिन उसे कोई राहत नहीं मिली। जांच में उसके नेटवर्क की गंभीरता सामने आई। अब उसके सहयोगियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
गरीबपुर से कोठी तक का सफर
छांगुर का जन्म बलरामपुर के गरीबपुर में हुआ। पिता की मृत्यु के बाद वह मां के साथ रेहरामाफी आया। वह कपड़े और “नग” बेचता था। 2011 में उसकी पत्नी कुतबुनिशा ग्राम प्रधान बनी। इसके बाद उसका रुतबा बढ़ा। मुंबई के नवीन और नीतू रोहरा उसके करीबी बने। उन्होंने मधेपुर में मजार के पास जमीन खरीदी। छांगुर ने वहां कोठी और कॉलेज बनाने का ठेका बब्बू को दिया था।
विदेशी फंडिंग और संपत्ति का खेल
जांच में खुलासा हुआ कि छांगुर ने विदेशी फंडिंग से करोड़ों की संपत्ति बनाई। उसने 40 से ज्यादा बैंक खाते खोले, जिनमें 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन हुआ। बलरामपुर में उसकी कोठी और शोरूम बनाए गए। कोठी में सोलर पैनल और सीसीटीवी थे। यह कोठी सरकारी जमीन पर बनी थी। प्रशासन ने इसे ध्वस्त कर दिया। जांच में पुणे में भी उसकी संपत्ति मिली।
धर्मांतरण का संगठित नेटवर्क
छांगुर पर 4000 लोगों का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है, जिनमें 1500 महिलाएं हैं। उसने जाति के आधार पर रेट तय किए थे। ब्राह्मण और क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15-16 लाख रुपये, पिछड़ी जातियों के लिए 10-12 लाख और अन्य के लिए 8-10 लाख रुपये। पीड़िताओं ने बताया कि नीतू उर्फ नसरीन लोगों को लालच देती थी। नेटवर्क के तार पाकिस्तान और सऊदी अरब से जुड़े हैं।
बुलडोजर की कार्रवाई
बलरामपुर के मधेपुर में छांगुर की तीन बीघा की कोठी पर बुलडोजर चला। यह कोठी अवैध रूप से सरकारी जमीन पर बनी थी। प्रशासन ने सात दिन का नोटिस दिया था, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा। तीन दिनों तक आठ बुलडोजरों से 80% कोठी ध्वस्त की गई। कोठी में 40 कमरे और पांच हॉल थे। यह कार्रवाई भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हुई।
जांच में और खुलासे की उम्मीद
एटीएस और ईडी अब छांगुर के नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। उसके सहयोगी नवीन, नीतू और बेटे महबूब पर भी कार्रवाई हो सकती है। औरैया में एक युवती के धर्म परिवर्तन और निकाह का मामला सामने आया। पीड़िताओं ने बताया कि छांगुर डर और लालच से लोगों को फंसाता था। जांच में और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
