Indore News: स्विट्जरलैंड में रहने वाली इंदौर की पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने एक बार फिर आजाद समाज पार्टी के संस्थापक और सांसद चंद्रशेखर आजाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बुधवार को सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट्स के जरिए उन्होंने चंद्रशेखर आजाद पर अय्याशी और धमकी देने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर उन्हें बचाने का आरोप लगाया है। रोहिणी ने खुदकुशी की धमकी भी दी है।
रोहिणी घावरी ने अपनी पहली पोस्ट में एक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में चंद्रशेखर आजाद को शराब पीते हुए दिखाया गया है। उन्होंने लिखा कि यह अय्याश व्यक्ति बहुजन आंदोलन के लायक नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें समाज के सामने बदनाम किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी बात नहीं सुन रही है क्योंकि भाजपा चंद्रशेखर आजाद को बचा रही है।
दूसरी पोस्ट में रोहिणी ने चंद्रशेखर आजाद के साथ उनके परिवार की एक तस्वीर शेयर की। इस पोस्ट में उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए लिखा कि उनका जीवन बर्बाद कर दिया गया है। उन्होंने खुदकुशी करने की बात कही और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग किया। रोहिणी ने लिखा कि उनकी लाश भी भारत न लाने का अनुरोध किया।
तीसरी पोस्ट में रोहिणी घावरी ने एक वीडियो कॉल की क्लिप साझा की। उन्होंने दावा किया कि चंद्रशेखर आजाद उन्हें रात में बार-बार फोन करके परेशान करते थे। रोहिणी के मुताबिक, वह उन्हें रिश्ते में जबरदस्ती बांधे रखना चाहते थे। जब वह मना करतीं तो वह खुदकुशी की धमकी देते थे।
डॉ. रोहिणी घावरी एक पीएचडी स्कॉलर हैं और वर्तमान में स्विट्जरलैंड में रहती हैं। उन्होंने खुद को एक सफाईकर्मी की बेटी बताया है। साल 2019 में वह उच्च शिक्षा के लिए स्विट्जरलैंड गई थीं। उन्हें पीएचडी के लिए एक करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली थी। वह पिछले पांच साल से वहां एक एनजीओ भी चला रही हैं।
रोहिणी घावरी पहली बार तब चर्चा में आई थीं जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण की शुरुआत ‘जय श्री राम’ से की थी। इसके बाद उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के साथ अपने पूर्व संबंधों का खुलासा किया। तब से वह लगातार उन पर आरोप लगा रही हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने इस मामले में महिला आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
यह मामला सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। रोहिणी के आरोपों ने एक राजनीतिक रूप ले लिया है। अब देखना यह है कि इस पर आधिकारिक तौर पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं। दोनों पक्षों के बीच यह विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।
