Indore News: इंदौर की पीएचडी स्कॉलर और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. रोहिणी घावरी के स्विट्जरलैंड में जहर खाने की खबर है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। यह कदम उन्होंने नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद पर लगाए गए आरोपों के बाद उठाया है। अभी तक इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
रोहिणी घावरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सुबह एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के नाम पर जहर खाने की चेतावनी दी थी। उन्होंने लिखा था कि उनका जीवन बर्बाद कर दिया गया है। इस पोस्ट के कुछ घंटों बाद ही उनके जहर खाने की खबर सामने आई। उनके समर्थकों ने इसकी जानकारी साझा की है।
रोहिणी घावरी मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की रहने वाली हैं। उनका जन्म एक वाल्मीकि परिवार में हुआ था। उनकी मां एक सफाई कर्मचारी हैं। गरीबी में पली-बढ़ी रोहिणी ने कड़ी मेहनत से शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने स्विट्जरलैंड के स्विस स्कूल ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट से पीएचडी की उपाधि हासिल की है।
वह स्विट्जरलैंड के जेनेवा शहर में रहती हैं। उन्होंने भारत में दलित-बहुजन समाज के लिए जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक फाउंडेशन की शुरुआत की है। सोशल मीडिया पर वह दलित अधिकारों के मुद्दों पर सक्रिय रूप से अपनी बात रखती हैं।
चंद्रशेखर आजाद पर लगे गंभीर आरोप
रोहिणी घावरी ने भीम आर्मी प्रमुख और सांसद चंद्रशेखर आजाद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि वह चंद्रशेखर के साथ कई सालों तक एक रिश्ते में थीं। रोहिणी ने आरोप लगाया कि चंद्रशेखर ने उनके साथ साथ कई अन्य लड़कियों का शोषण किया।
उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर शादीशुदा होने के बावजूद उनसे रिलेशनशिप में रहे। रोहिणी ने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 तक इस मामले पर चुप्पी साधे रखी। उनका कहना था कि उन्होंने चंद्रशेखर के राजनीतिक करियर को बचाने के लिए ऐसा किया।
रोहिणी के मुताबिक, चंद्रशेखर आजाद रात में उन्हें फोन करते थे। वह रो-रो कर उनसे बात करते थे। जब रोहिणी उन्हें समझाने की कोशिश करतीं तो वह मरने की धमकी देते थे। चंद्रशेखर कहते थे कि अगर रोहिणी ने उन्हें छोड़ दिया तो वह आत्महत्या कर लेंगे।
पुलिस ने नहीं दर्ज की एफआईआर
रोहिणी घावरी ने आरोप लगाया है कि चंद्रशेखर आजाद ने उन्हें समाज के सामने बदनाम किया है। उन्होंने 24 सितंबर को दो वीडियो साझा किए। इन वीडियो में चंद्रशेखर को शराब पीते हुए दिखाया गया है। रोहिणी ने लिखा कि वह इस अय्याश आदमी को बहुजन आंदोलन के लायक बना रही थीं।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने चंद्रशेखर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। लेकिन तीन महीने की कोशिश के बाद भी पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। रोहिणी का मानना है कि चंद्रशेखर के राजनीतिक प्रभाव के कारण पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
फिलहाल रोहिणी घावरी के स्विट्जरलैंड के एक अस्पताल में भर्ती होने की खबर है। भारतीय दूतावास या उनके परिवार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई जा रही है।
