Chamba News: भारी बारिश और भूस्खलन ने श्री मणिमहेश यात्रा को बाधित कर दिया है। डल झील से हड़सर तक लगभग 400 लोग फंसे हुए हैं। जांघी में एक और भूस्खलन ने लगभग 800 श्रद्धालुओं को रोक दिया है। प्रशासन ने दोनों स्थानों पर बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया है। उनका लक्ष्य सोमवार शाम तक सभी को सुरक्षित निकालना है।
बचाव अभियान की चुनौतियाँ
बारिश के कारण मार्गों और पुलों के बह जाने से बचाव कार्य मुश्किल हो गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार काम कर रही हैं। अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर सेवाओं का भी इंतजाम कर रखा है। यह सेवा आपात स्थिति में तुरंत शुरू की जा सकती है।
जांघी में फंसे श्रद्धालु
रविवार सुबह भरमौर से चंबा लौट रहे लोग जांघी में फंस गए। मार्ग बंद होने के कारण उन्हें रात खुले आसमान के नीचे बितानी पड़ी। लोक निर्माण विभाग की मशीनरी तेजी से रास्ता साफ करने में जुटी हुई है। फंसे हुए लोगों के लिए भोजन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
भरमौर में श्रद्धालुओं की स्थिति
वर्तमान में भरमौर में लगभग 3200 श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों पर ठहरे हुए हैं। प्रशासन पिछले तीन दिनों में 12,000 से अधिक यात्रियों को सुरक्षित निकाल चुका है। सभी के लिए राशन, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की उचित व्यवस्था बनाई हुई है।
निःशुल्क परिवहन की सुविधा
राज्य परिवहन निगम श्रद्धालुओं को वापसी के लिए मुफ्त बस सेवा प्रदान कर रहा है। ये बसें उन्हें चंबा से आगे पठानकोट और भद्रवाह तक पहुंचा रही हैं। प्रशासन का मुख्य फोकस सभी यात्रियों को सुरक्षित और जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाना है।
