Himachal News: चंबा के भाजपा विधायक हंसराज के खिलाफ एक युवती के गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। महिला थाना चंबा में बीएनएस और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस शनिवार को विधायक के घर पहुंची लेकिन वह नहीं मिले। उनके मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने विधायक का पता लगाने के लिए टावर लोकेशन खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस का कहना है कि मामला पुराना होने के कारण ठोस साक्ष्य जुटाना जरूरी है। सूत्रों के अनुसार विधायक गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की कोशिश कर रहे हैं।
पीड़िता का सीडब्ल्यूसी ने लिया बयान
शनिवार को पीड़ित युवती को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया गया। कमेटी ने उसका विस्तृत बयान दर्ज किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी की गई। युवती ने विधायक पर जो गंभीर आरोप लगाए हैं उनकी सत्यता की जांच पुलिस कर रही है।
युवती शुक्रवार को शिकायत लेकर महिला थाना पहुंची थी। पुलिस ने उसका बयान दर्ज कराने के लिए उसे अदालत ले जाया। बयान दर्ज होने के बाद जज ने पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इसके बाद ही आधिकारिक तौर पर केस दर्ज हुआ।
विधायक की गिरफ्तारी पर विधानसभा प्रक्रिया
अगर विधायक की गिरफ्तारी होती है तो विधानसभा अध्यक्ष को इसकी जानकारी देनी होगी। विधायक होने के नाते यह प्रक्रिया जरूरी है। हालांकि विधानसभा परिसर से बाहर गिरफ्तारी के लिए पूर्व अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
विधानसभा परिसर में होने की स्थिति में ही अध्यक्ष से अनुमति लेना अनिवार्य होता है। पुलिस सीधे विधानसभा परिसर से गिरफ्तारी नहीं कर सकती। विधायक के वर्तमान में लापता होने से स्थिति और जटिल हो गई है।
पुलिस अब मामले में विधायक को पूछताछ के लिए तलब कर सकती है। गिरफ्तारी होगी या नहीं यह जांच के नतीजों पर निर्भर करेगा। पुलिस के पास अभी विधायक का कोई सुराग नहीं है। वह हर संभव कोशिश में जुटी हुई है।
