Chamba News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में मणिमहेश यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने का अभियान जारी है। भरमौर से दुर्गेठी तक हाईवे के छोटे वाहनों के लिए बहाल होने के बाद वीरवार को 415 श्रद्धालुओं को टैक्सियों के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया। हेलिकॉप्टर सेवा के जरिए 35 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। अभी भी लगभग 500 श्रद्धालु भरमौर में फंसे हुए हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 15 हजार श्रद्धालुओं को भरमौर से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने क्षतिग्रस्त चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने मार्ग बहाली के लिए आवश्यक निर्देश दिए। पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कलसुई से पठानकोट तक निशुल्क परिवहन की व्यवस्था की गई है।
प्रशासन ने पैदल मार्ग में आने वाले कठिन रास्तों पर एनडीआरएफ और सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की है। विभिन्न पड़ावों पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। उपायुक्त ने बताया कि शेष श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर के माध्यम से निकालने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग 154-ए के लगभग 45 किलोमीटर का हिस्सा छोटे वाहनों के लिए खोला जा चुका है। चंबा से भरमौर की तरफ 20 किलोमीटर और भरमौर से चंबा की तरफ 25 किलोमीटर मार्ग सुचारू किया गया है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं। उनके निर्देशों पर जिला प्रशासन ने भरमौर से लगभग 500 श्रद्धालुओं को वाहनों के माध्यम से चंबा पहुंचाने का कार्य शुरू किया। रास्ते में कुछ स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण श्रद्धालुओं को पैदल चलना पड़ रहा है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि खराब मौसम के बीच 35 बीमार और बुजुर्ग श्रद्धालुओं को छोटे हेलीकॉप्टर से सुरक्षित चंबा पहुंचाया गया। इसके लिए हेलीकॉप्टर ने सात उड़ानें भरीं। वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी पठानकोट में तैनात है, लेकिन मौसम खराब होने के कारण उड़ान संभव नहीं हो पाई।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी पिछले कई दिनों से ग्राउंड जीरो पर रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। वह पैदल चलकर चंबा से भरमौर पहुंचे हैं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में दिन-रात जुटे हुए हैं। प्रदेश सरकार श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
