Himachal News: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चम्बा में अब मरीजों से पर्ची कटवाने के लिए 10 रुपये शुल्क लिया जाएगा। इस निर्णय पर भाजपा मीडिया प्रभारी आरके कपूर ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे प्रदेश सरकार का दुर्भाग्यपूर्ण और जनविरोधी कदम बताया।
कपूर ने कहा कि सरकारी अस्पतालों की पहचान सस्ती और सुलभ चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने की रही है। अब सरकार जनता पर छोटे-छोटे शुल्क लगाकर उनके अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवा राजस्व कमाने का माध्यम नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि स्वास्थ्य सेवा सेवा और संवेदना का प्रतीक है। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार इस निर्णय पर तत्काल पुनर्विचार करे। आम जनता को राहत प्रदान की जाए।
व्यवस्था सुधार पर जोर
आरके कपूर ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार को अस्पतालों की व्यवस्था सुधारनी है तो जनता की जेब पर भार न डाले। व्यवस्था और प्रबंधन में सुधार लाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह शुल्क गरीब जनता पर अतिरिक्त बोझ है।
उन्होंने चिंता जताई कि कोई भी गरीब व्यक्ति सिर्फ 10 रुपये के कारण इलाज से वंचित न रह जाए। सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए जीवनरेखा का काम करती हैं। इन पर अतिरिक्त शुल्क लगाना उचित नहीं है।
भाजपा नेता ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ बनाने की आवश्यकता है। बजाय शुल्क बढ़ाने के सेवाओं का विस्तार किया जाना चाहिए। गरीब रोगियों की समस्याओं को ध्यान में रखना चाहिए।
जनता के हित में फैसला की मांग
आरके कपूर ने सरकार से अपील की कि वह इस निर्णय को वापस ले। जनता के हित में फैसला करे। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी रकम गरीब परिवारों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकती हैं।
चम्बा मेडिकल कॉलेज में यह नया शुल्क व्यवस्था लागू किया गया है। इससे पहले मरीजों से पर्ची के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता था। नए नियम के तहत अब हर मरीज को यह शुल्क देना होगा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कदम गरीब रोगियों के लिए समस्या पैदा करेगा। कई परिवार ऐसे हैं जिनके लिए दस रुपये की रकम भी बड़ी होती है। सरकार को इस मामले में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
