Chamba News: लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने चंबा जिले में तबाही मचा रखी है। रविवार सुबह नैनीखड्ड के पास एक पहाड़ी अचानक धंस गई। इसकी वजह से दर्जनों बड़े पेड़ जड़ से उखड़कर चंबा-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गिरे। इस घटना में वाहन चालक किसी तरह बच गए, लेकिन यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।
घटना सुबह करीब नौ बजे की है। अचानक हुई इस घटना से ड्राइवर सहम गए। पेड़ राजमार्ग के एक बड़े हिस्से पर फैल गए। छोटे वाहन तो निकलने का रास्ता ढूंढ लेते थे, लेकिन बड़े वाहनों के लिए रास्ता पूरी तरह बंद हो गया था। मौके पर खतरा बना हुआ है।
एनएच प्राधिकरण को सूचना मिलते ही कार्रवाई शुरू हो गई। मौके पर तुरंत मशीनरी और कर्मचारी पहुंचाए गए। करीब दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद ग्यारह बजे तक पेड़ों को हटा दिया गया। इसके बाद वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो सकी।
हालांकि, समस्या का अभी पूरी तरह समाधान नहीं हुआ है। उक्त स्थान पर पहाड़ी लगातार धंस रही है। इस वजह से आसपास के और पेड़ भी गिरने का खतरा बना हुआ है। रविवार को दिनभर पेड़ गिरते रहे, जिससे यातायात प्रभावित होता रहा।
इस खतरे को देखते हुए एनएच प्राधिकरण ने सावधानी बरती। देर शाम तक मशीनरी और कर्मचारियों को मौके पर ही तैनात रखा गया। उन्हें आरे जैसे उपकरणों के साथ तैयार रहने को कहा गया। ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है कि अगर फिर से भारी बारिश हुई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। राजमार्ग को गंभीर नुकसान हो सकता है। यातायात पूरी तरह से ठप हो सकता है। स्थानीय लोगों ने इस जगह को जल्द से जल्द सुरक्षित बनाने की मांग की है।
कनिष्ठ अभियंता राहुल ठाकुर ने बताया कि मार्ग को सुबह ग्यारह बजे बहाल कर दिया गया था। लेकिन पहाड़ी के लगातार धंसने से यह समस्या बार-बार हो रही है। इससे स्पष्ट है कि यह एक अस्थाई समाधान है और एक स्थायी इंजीनियरिंग समाधान की तत्काल आवश्यकता है।
स्थानीय यात्रियों और ड्राइवरों में डर का माहौल है। वे इस रास्ते से गुजरने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि हर बारिश के बाद भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में प्रशासन को त्वरित और ठोस कार्यवाई करनी चाहिए।
