Chamba News: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मणिमहेश यात्रा पर गए हजारों श्रद्धालु फंस गए हैं। एनडीआरएफ की टीमों ने अब तक धन्छो क्षेत्र से 3,269 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला है। फंसे हुए लोगों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क ठप होने से हालात गंभीर बने हुए हैं।
यात्रियों ने बताई मुश्किलें
पठानकोट के रहने वाले सुशांत सिंह यात्रा से सुरक्षित लौटे हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन तक लगातार बारिश हुई। वह और उनके साथी करीब 80 किलोमीटर पैदल चलकर चंबा पहुंचे। रास्ते में कई स्थानों पर भूस्खलन हो चुका था। स्थानीय प्रशासन द्वारा की गई राहत व्यवस्था अपर्याप्त बताई गई है।
एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन
एनडीआरएफ की नूरपुर टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। टीम ने धन्छो इलाके से श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला। निकाले गए लोगों को हड़सर भेजा गया। बचाए गए लोगों में 1,730 पुरुष, 1,259 महिलाएं और 280 बच्चे शामिल हैं। रेस्क्यू कार्य में स्थानीय प्रशासन भी सहयोग कर रहा है।
इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह ठप
चंबा जिला चार दिन से देश और दुनिया से कटा हुआ है। बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है। मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं कर रहा है। चंबा से भरमौर तक लगभग 50 स्थानों पर सड़कें भूस्खलन की चपेट में आ गई हैं। यातायात पूरी तरह से ठप्प है।
प्रशासन की चेतावनी
चंबा के डीसी मुकेश रेपस्वाल ने लोगों से यात्रा स्थगित करने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण हालात सामान्य नहीं हैं। विधायक नीरज नैय्यर ने कहा कि पठानकोट-चंबा मार्ग खुल गया है। फिर भी जरूरी यात्रा ही करने की सलाह दी गई है।
