New Delhi News: देश के छह एम्स में सीजीएचएस लाभार्थियों का कैशलेस इलाज हो सकेगा। इस सिलसिले में ऋषिकेश, भोपाल, पटना, जोधपुर, रायपुर और भुवनेश्वर एम्स के साथ सीजीएचएस (सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) ने समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
सेवानिवृत केंद्रीय कर्मचारियों को होगी सहूलियत
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि जल्द ही एम्स दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़ और जीआइपी पुडुचेरी में यह सुविधा उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एम्स जैसे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलने से सेवानिवृत केंद्रीय कर्मचारियों को सहूलियत होगी।
कैशलेस इलाज की सुविधा ओपीडी, जांच और भर्ती यानी सभी स्तरों पर उपलब्ध होगी। इन बुजुर्ग लाभार्थियों को अभी तक इलाज कराने के बाद इसकी प्रतिपूर्ति के लिए क्लेम करना पड़ता था और इसके लिए दफ्तरों के कई चक्कर लगाने पड़ते थे।
72 शहरों में सीजीएचएस सुविधा उपलब्ध
कैशलेस इलाज से उन्हें इन झंझटों से मुक्ति मिल जाएगी। इसके अलावा अभी तक सीजीएचएस के साथ जुड़े अस्पतालों में सुपर स्पेशियलिटी इलाज की सुविधा उपलब्ध
नहीं थी। इस कारण बुजुर्ग मरीजों को दूसरे राज्यों में जाकर इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
विभिन्न राज्यों में स्थिति एम्स जैसे सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा मिलने से उन्हें इस मुसीबत से भी निजात मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह अभी शुरूआत है। एम्स दिल्ली, पीजीआइ चंडीगढ़ और जीआइपी पुडुचेरी के बाद दूसरे एम्स और अन्य बड़े अस्पतालों में भी इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
समझौते के अनुसार एम्स लाभार्थी के इलाज के खर्च का बिल सीजीएचएस को भेजेगा, जिसका भुगतान 30 दिन के भीतर कर दिया जाएगा। बुजुर्ग लाभार्थियों की सुविधा के लिए इन एम्स में अलग से हेल्प डेस्क बनाए जाएंगे और सही सीजीएचएस कार्ड दिखाने पर उनका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। मौजूदा समय में देश के 72 शहरों में सीजीएचएस सुविधा उपलब्ध है।