Himachal News: हिमाचल प्रदेश में CBSE बोर्ड से जुड़ने वाले सरकारी स्कूलों की तस्वीर बदलने वाली है। छात्रों की वर्दी में अब एकरूपता के साथ-साथ विकल्प भी मिलेगा। सरकार वर्दी के लिए पांच अलग-अलग रंग तय करने जा रही है। स्कूल अपनी सुविधा और परिस्थितियों के अनुसार इनमें से कोई एक रंग चुन सकेंगे। यह अहम फैसला आगामी मंत्रिमंडल बैठक में लिया जाएगा। शिक्षा विभाग CBSE पैटर्न के तहत स्कूलों को अपग्रेड करने की तैयारी में जुटा है।
2026-27 सत्र से लागू होगा नया सिस्टम
राज्य सरकार शैक्षणिक सत्र 2026-27 से करीब 100 सरकारी स्कूलों में CBSE पाठ्यक्रम लागू करेगी। अब तक 83 स्कूलों को बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। बाकी स्कूलों की संबद्धता प्रक्रिया इस महीने के अंत तक पूरी हो जाएगी। CBSE से जुड़ने के बाद पढ़ाई के तरीके और ढांचे में भी सुधार किया जाएगा। इसका मकसद छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा से जोड़ना है।
सस्ती और टिकाऊ होगी नई वर्दी
शिक्षा विभाग और विशेषज्ञ वर्दी के नए सैंपल तैयार कर रहे हैं। CBSE स्कूलों के लिए रंग तय करते समय मौसम और लागत का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि अभिभावकों पर ज्यादा पैसे खर्च करने का बोझ न पड़े। कपड़ा ऐसा चुना जाएगा जो स्थानीय बाजार में आसानी से मिल जाए और उसकी कीमत भी सामान्य हो। इससे हर साल वर्दी बदलने की दिक्कत नहीं होगी।
स्कूल खुद चुन सकेंगे वर्दी का रंग
अधिकारियों के अनुसार, CBSE वाले स्कूलों को वर्दी का रंग चुनने की आजादी होगी। हालांकि, उन्हें सरकार द्वारा तय किए गए पांच विकल्पों में से ही चयन करना होगा। इससे पूरे प्रदेश में एक मानक बना रहेगा। साथ ही स्कूलों को अपनी स्थानीय जरूरतों के हिसाब से फैसला लेने में आसानी होगी। इस पहल से सरकारी स्कूलों की एक नई और आधुनिक पहचान बनेगी।