Himachal Scholarship Scam: 250 करोड़ रुपये से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले में सीबीआई जल्द ही आठ संस्थानों के खिलाफ चार्जशीट पेश करेगी। इस मामले में सीबीआई जांच अंतिम चरण में है, जबकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के राडार पर और भी संस्थान हैं, जिन पर जल्द कार्रवाई हो सकती है।
ईडी (ED)ने अभी चार लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि 24 संस्थानों पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दबिश दी थी। इस दौरान वहां से जुटाए गए साक्ष्यों की जांच और पूछताछ में ईडी लगी है, जिसमें अहम सुराग हाथ लगे हैं।
इधर, सीबीआई (CBI) अब तक 15 से अधिक संस्थानों के विरुद्ध अदालत में चार्जशीट दायर कर चुकी है, जबकि आठ संस्थान के विरुद्ध जांच पूरी हो चुकी है।
जांच में क्या पता चला
अभी तक की जांच में पाया गया है कि मिलीभगत से निजी संस्थानों को पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर छात्रवृत्ति के लिए बजट जारी हुआ। जांच में यह भी पता चला कि छात्रवृत्ति का 80 प्रतिशत बजट निजी और 20 प्रतिशत सरकारी संस्थानों को जारी किया गया। इस संबंध में सभी तथ्यों को खंगाला जा रहा है।
वहीं, ईडी ने एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी अरविंद राजटा को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है।