Maharashtra News: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने नासिक आयुक्तालय में तैनात एक कर अधिकारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने सीजीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधीक्षक हरि प्रकाश शर्मा को मंगलवार को उनके कार्यालय के बाहर ही रंगे हाथों पकड़ा। आरोप है कि अधिकारी ने एक निजी कंपनी के प्रतिनिधि से पांच लाख रुपये की रिश्वत ली।
50 लाख से घटाकर 22 लाख की मांग
सीबीआई प्रवक्ता ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि हरि प्रकाश शर्मा ने आईजीएसटी संबंधी मामले में कानूनी कार्रवाई न करने के बदले पहले 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में उन्होंने इस राशि को घटाकर 22 लाख रुपये कर दिया। आरोपी ने शिकायतकर्ता को 14 अक्टूबर को पांच लाख रुपये और शेष 17 लाख रुपये 17 अक्टूबर को देने को कहा था।
तलाशी में 19 लाख नकद बरामद
सीबीआई ने आरोपी अधिकारी के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान 19 लाख रुपये नकद बरामद हुए। इसके अलावा कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले। यह मामला नासिक में सीबीआई की एक विशेष इकाई द्वारा संज्ञान में लिया गया। जांच अधिकारियों ने पूरे मामले की जानकारी दी।
कार्यालय परिसर के बाहर की गई गिरफ्तारी
सीबीआई की टीम ने हरि प्रकाश शर्मा को उनके कार्यालय परिसर के बाहर ही गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी रिश्वत की पूरी राशि के हस्तांतरण से पहले की गई। अधिकारी पर आरोप है कि वह एक व्यवसायी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई रोकने के बदले रिश्वत ले रहा था। सीबीआई ने इस मामले में आगे की जांच जारी रखी है।
सीबीआई ने जारी किया आधिकारिक बयान
केंद्रीय जांच एजेंसी ने बुधवार को आधिकारिक बयान जारी कर इस गिरफ्तारी की पुष्टि की। प्रवक्ता ने बताया कि मामला नासिक में जीएसटी विभाग से जुड़ा है। आरोपी अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रिश्वत की मांग की। सीबीआई ने शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू की और आरोपी को रिश्वत लेते पकड़ा। एजेंसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की।
