Health News: क्या आप भी घर में बने स्वादिष्ट आचार को प्लास्टिक के डिब्बों में स्टोर करते हैं? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। आपकी यह छोटी सी आदत पूरे परिवार की सेहत पर भारी पड़ सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि प्लास्टिक के जार में रखा आचार समय के साथ जहर बन सकता है। इससे शरीर में हार्मोनल गड़बड़ी और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
प्लास्टिक और आचार का खतरनाक रिएक्शन
आचार बनाने में हम अक्सर नमक, तेल, नींबू और सिरके का इस्तेमाल करते हैं। ये सभी चीजें स्वभाव से एसिडिक (Acidic) होती हैं। जब इन्हें प्लास्टिक के बर्तनों में लंबे समय तक रखा जाता है, तो एक केमिकल रिएक्शन शुरू हो जाता है। प्लास्टिक से ‘बिस्फेनॉल ए’ (BPA) और ‘फैथलेट्स’ (Phthalates) जैसे हानिकारक रसायन रिसने लगते हैं। ये जहरीले तत्व धीरे-धीरे आचार में घुल जाते हैं।
शरीर को होने वाले गंभीर नुकसान
जब हम इस दूषित आचार को खाते हैं, तो हमें तुरंत पता नहीं चलता। लेकिन धीरे-धीरे ये केमिकल्स शरीर में जमा होने लगते हैं। मेडिकल रिसर्च के अनुसार, इसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं:
- शरीर में हार्मोंस का संतुलन बिगड़ सकता है।
- लिवर और किडनी की कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ता है।
- लंबे समय तक सेवन करने से कैंसर का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है।
- अगर प्लास्टिक का जार धूप या गर्मी में रखा हो, तो केमिकल रिसने की प्रक्रिया और तेज हो जाती है।
बचाव के लिए अपनाएं ये सही तरीका
सेहत को सुरक्षित रखने के लिए आज ही अपनी किचन से प्लास्टिक के जार हटा दें। आचार को सुरक्षित रखने के लिए इन नियमों का पालन करें:
- सही बर्तन चुनें: आचार हमेशा कांच (Glass), चीनी मिट्टी (Ceramic) या मिट्टी के बर्तनों में ही रखें। ये मटेरियल एसिड के साथ रिएक्ट नहीं करते।
- साफ-सफाई: जिस बर्तन में आचार रखें, उसका ढक्कन जंग-रहित और पूरी तरह सूखा होना चाहिए।
- चम्मच का प्रयोग: आचार निकालने के लिए हमेशा साफ और सूखी चम्मच का इस्तेमाल करें। गीली चम्मच से फफूंदी लग सकती है।
- स्टोरेज: आचार के जार को सीधी धूप या गर्म जगह पर न रखें। इसे किसी ठंडी और सूखी जगह पर स्टोर करना सबसे बेहतर है।
थोड़ी सी सावधानी अपनाकर आप अपने और अपने परिवार को भविष्य की बड़ी बीमारियों से बचा सकते हैं।
