शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

जातिवाद: पहली कक्षा के बच्चे की पिटाई कर फोड़ दिया कान, पेंट में डाली बिच्छू बूटी; एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज

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Himachal News: रोहड़ू में एक प्राथमिक स्कूल में पहली कक्षा के एक छात्र के साथ चौंकाने वाली घटना सामने आई है। आरोप है कि स्कूल में एक व्यक्ति ने बच्चे की पिटाई की और उसके कान से खून निकल आया। इसके बाद बच्चे को शौचालय में ले जाकर उसकी पेंट में बिच्छू बूटी डालकर प्रताड़ित किया गया। पीड़ित बच्चे के पिता ने रोहड़ू पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने एससी/एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

यह घटना ग्राम पंचायत भलून के अंतर्गत आने वाले एक प्राथमिक विद्यालय की है। पीड़ित बच्चे के पिता दुर्गा सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा प्राथमिक पाठशाला में पहली कक्षा में पढ़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कूल के मुख्य अध्यापक ने अपनी पत्नी की जगह एक व्यक्ति को गैर-कानूनी तरीके से बच्चों को पढ़ाने के लिए रखा था। यही व्यक्ति घटना का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है।

दुर्गा सिंह के अनुसार उनके बेटे के साथ हुई मारपीट के दौरान बच्चे के कान से खून निकल आया। मारपीट के बाद बच्चे को शौचालय में ले जाया गया। वहां उसकी पेंट में बिच्छू बूटी डालकर उसे प्रताड़ित किया गया। इस पूरी घटना का बच्चे के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। बच्चे के कान के पर्दे खराब हो गए हैं जिससे उसे अब कम सुनाई दे रहा है।

धमकी और समझौते की कोशिश

शिकायत में दुर्गा सिंह ने आरोप लगाया कि बच्चे को मारपीट के बाद धमकाया गया। उसे कहा गया कि वह इस घटना के बारे में घर पर किसी को न बताए। इसके अलावा शिकायत में स्कूल में छुआछूत जैसा व्यवहार करने का भी आरोप लगाया गया है। बच्चों को खाना देते समय भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता था। यह स्कूल समाज के कमजोर वर्ग के बच्चों की शिक्षा का केंद्र है।

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पीड़ित के पिता ने आगे बताया कि घटना के बाद स्कूल के मुख्य अध्यापक और एक अन्य अध्यापक रात दस बजे उनके घर पहुंचे। उन्होंने मामले को रफा-दफा करने और समझौता करने की कोशिश की। दुर्गा सिंह ने आरोप लगाया कि उन्हें माफीनामे के तौर पर दस हजार पांच सौ रुपए जबरदस्ती थमाए गए। उन्हें धमकी देकर पैसे लेने के लिए मजबूर किया गया।

पंचायत प्रधान पर लगे आरोप

दुर्गा सिंह ने बताया कि जब उन्होंने भलून पंचायत के प्रधान रोशन लाल से मामले का संज्ञान लेने को कहा तो उन्हें झूठे आश्वासन मिले। पंचायत प्रधान ने बैठक बुलाई लेकिन खुद अनुपस्थित रहे। प्रधान ने उनसे मामले को सोशल मीडिया पर न डालने के लिए कहा। इससे पीड़ित परिवार को न्याय मिलने की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हुई है। परिवार को हर स्तर पर अन्याय का सामना करना पड़ रहा है।

पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। रोहड़ू के डीएसपी प्रणव चौहान ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बच्चे के पिता की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जांच में जुट गई है और सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। स्कूल प्रशासन की भूमिका भी जांच के दायरे में है।

बच्चे के स्वास्थ्य पर प्रभाव

इस घटना का बच्चे के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ा है। कान से खून बहने की घटना के बाद बच्चे की सुनने की क्षमता प्रभावित हुई है। डॉक्टरों ने कान के पर्दे खराब होने की पुष्टि की है। बिच्छू बूटी डालने की घटना से बच्चे को शारीरिक और मानसिक आघात पहुंचा है। बच्चा अब स्कूल जाने से डर रहा है और उसके व्यवहार में बदलाव देखा जा रहा है।

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शिक्षा विभाग ने इस मामले की संज्ञान लिया है और आंतरिक जांच शुरू की है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गैर-कानूनी तरीके से किसी को शिक्षक के रूप में नियुक्त करना गंभीर अपराध है। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही और निगरानी में कमी इस घटना के लिए जिम्मेदार पाई गई है। विभाग ने मुख्य अध्यापक को निलंबित कर दिया है और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू की है।

समाज में व्याप्त शिक्षा समस्याएं

यह घटना प्राथमिक शिक्षा प्रणाली में व्याप्त गंभीर समस्याओं को उजागर करती है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में मानवाधिकारों के हनन के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और शारीरिक दंड की घटनाएं शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना शिक्षा विभाग की प्राथमिकता होनी चाहिए।

इस मामले ने स्थानीय समुदाय में रोष पैदा किया है। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीरता से कदम उठाए जाने चाहिए। उन्होंने मांग की है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। बच्चों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को रोकने के लिए सख्त कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता है। समाज का हर वर्ग इस घटना से आहत है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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