मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्मचारियों की छंटनी करने वाली कंपनियों में अब भारत के पहले यूनिकॉर्न स्टार्टअप इनमोबी का नाम भी जुड़ गया है.
कंपनी ने 50 से 70 तक कर्मचारियों को निकाल दिया है. Layoffs.fyi वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक स्तर पर कंपनियों ने 2022 में जितने कर्मचारियों को निकाला था, जनवरी 2023 उसके 1 तिहाई कर्मचारियों की छंटनी कंपनियां कर चुकी हैं. (फोटो : मनीकंट्रोल)

अमेज़न ने अपने 28 साल के इतिहास में कर्मचारियों की सबसे बड़ी छंटनी (Amazon Layffs) जनवरी 2023 में की है. इस महीने की शुरुआत में अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने 18,000 से अधिक कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने की घोषणा की. (फोटो : मनीकंट्रोल)

प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft layoff) ने अपने 10 हजार कर्मचारियों को निकालने की घोषणा भी जनवरी 2023 में की है. यह दुनियाभर में काम कर रहे उसके कुल कर्मचारियों का लगभग पांच प्रतिशत है. कंपनी के इस कदम से लगभग 1.2 अरब डॉलर की बचत कंपनी को होगी.

ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप डुंजो ने पिछले सप्ताह अपने 3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की. डुंजो ने 16 जनवरी को बताया कि उसने अपने 3 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार डुंजो के पास 3000 कर्मचारी हैं. इसका मतलब है कि कंपनी ने करीब 90 लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है.

घरेलू सोशल मीडिया कंपनी शेयरचैट ने अपने 20 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है. इस फैसले से 500 से अधिक कर्मचारी की नौकरी चली गई है.

ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने फूड डिलीवरी ग्रोथ धीमी है रहने पर 380 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है.