Maharashtra News: महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में संजीवनी अभियान के तहत कैंसर स्क्रीनिंग ने चौंकाने वाले नतीजे दिए हैं। 2,92,996 महिलाओं की जांच में 14,542 में कैंसर जैसे लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने विधानसभा में बताया कि यह अभियान शुरुआती निदान के लिए शुरू किया गया। तीन महिलाओं में गर्भाशय, एक में स्तन और आठ में मुंह का कैंसर पुष्ट हुआ। यह खबर कई परिवारों के लिए चिंता का कारण बनी है।
अभियान की शुरुआत और प्रक्रिया
संजीवनी अभियान 8 मार्च 2025 को शुरू हुआ। जिला कलेक्टर अभिनव गोयल के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर महिलाओं की जांच की। प्रश्नावली के जरिए कैंसर के लक्षणों की पहचान की गई। स्क्रीनिंग में 7,524 महिलाओं में गर्भाशय, 2,699 में स्तन और 3,733 में मुंह के कैंसर के लक्षण मिले। यह अभियान कैंसर के प्रारंभिक निदान के लिए महत्वपूर्ण है।
पुष्ट मामलों का विवरण
स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की कि स्क्रीनिंग के बाद 996 महिलाओं के टेस्ट पॉजिटिव आए। इनमें से तीन को गर्भाशय, एक को स्तन और आठ को मुंह का कैंसर है। बाकी संदिग्ध महिलाओं की जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और जिला अस्पतालों में चल रही है। मुफ्त जांच और इलाज की सुविधा दी जा रही है। यह खबर मरीजों और उनके परिवारों के लिए आशा और चुनौती दोनों लाई है।
आगे की योजना
संजीवनी अभियान का लक्ष्य कैंसर का जल्द पता लगाना है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्क्रीनिंग को और मजबूत किया जाएगा। टाटा मेमोरियल अस्पताल के विशेषज्ञों के साथ मिलकर इलाज की व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, महिलाओं के लिए अलग कैंसर अस्पताल बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। मरीजों को सरकारी योजनाओं के तहत मुफ्त इलाज मिलेगा। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश शेलके और सिविल सर्जन डॉ. नितिन तडस की देखरेख में यह अभियान चला। मम्मोग्राफी और बायोप्सी जैसे टेस्ट जिला और ग्रामीण अस्पतालों में हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कैंसर की पुष्टि होने पर मरीजों को तुरंत इलाज देने की योजना बनाई है। यह प्रयास हिंगोली की महिलाओं के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकता है।
